Connect with us

उत्तराखण्ड

पहाड़ के किसानों के साथ केंद्र एवं राज्य सरकार की बड़ी धोखाधड़ी, बृजवासी,,


भीमताल,,,पहाड़ में सरकारी समितियों से जुड़े किसानों को उनके द्वारा जमा प्रीमियम राशि ही बीमा राशि के रूप में लौटाई जा रही है ये खेल पिछले न जाने कितने सालों से चल रहा होगा, भीमताल विधानसभा बेरोजगार संघ अध्यक्ष बृजवासी ने उठाई किसानों के हित पर आवाज और कहाँ किसानों को उनका पूरा तय बीमा कवर तत्काल ब्याज सुधा दिया जाए भीमताल आज पहाड़ के किसानों के साथ साधन सहकारी समितियों में क्या हो रहा है, पहाड़ के सीधे-सादे,भोले-भाले किसानों को ठगा जा रहा है, विधानसभा क्षेत्र अंतर्गत ब्लॉक सीमांत किसानों को अभी 2022-23 में 5.6% का ही बीमा दिया जा रहा है जबकि 5% प्रीमियम स्वयं किसान जमा करता है, इस बड़ी धोखाधड़ी के कारण विधानसभा क्षेत्र के सभी किसान काफी परेशान है, किसानों के हक की माँग को देखते हुए बेरोजगार संघ विधानसभा अध्यक्ष पूरन चंद्र बृजवासी ने पूरे मामले की जांच पड़ताल करी तो पता चला कि पिछले 3,4 सालों से भीमताल, धारी, रामगढ़, ओखलकाण्डा, बेताल घाट ब्लाकों में किसानों के साथ योजना से जुड़ी बीमा एजेंसियों, साधन सहकारी समितियों द्वारा उनका पूरा बीमा कवर हक नहीं दिया जा रहा है l जबकि किसानों को बीमा में 5% उनका जमा किया प्रीमियम 5% राज्य सरकार और 13% केंद्र सरकार द्वारा 23% बीमा कवर पर ब्याज सुधा 30%-40% बीमा कवर दिया जाता है जानकारी में यह भी पता चला कि बीमा एजेंसी एचडीएफसी को राज्य एवं केंद्र से तय 18% कवर नहीं मिल रहा है, जिस कारण यहाँ किसानों को पिछले वर्षों में 5.6 % बीमा ही दिया जा रहा है, बेरोजगार संघ अध्यक्ष बृजवासी ने कहाँ देश के अन्न दाताओं के साथ एसा क्यों रहा है, इसकी जांच कर पहाड़ों के किसानों को उनका पूरा तय बीमा कवर 30-40% दिया जाए इसके लिए उन्होंने मुख्य विकास अधिकारी, जिलाधिकारी, कुमाऊँ आयुक्त, मुख्य सचिव उत्तराखंड से जांच की माँग तत्काल उठाने को कहाँ और किसानों के हित में शिकायती माँग रखी l माँग करने वालों में नीरज कुमार, प्रदीप कुमार, किरन कुमार, रवीन्द्र चन्द्र, बिनोद चन्द्र, भोला दत्त, नवीन चन्द्र, ललित मोहन, दुर्गा दत्त, हेमन्त कुमार, नवीन चंद्र, मनोज सिंह आदि है l

Ad Ad Ad Ad Ad Ad Ad Ad
[masterslider id="1"]
Continue Reading
You may also like...

More in उत्तराखण्ड

Trending News

Follow Facebook Page