उत्तराखण्ड
भीम आर्मी ने भी किया 27 सितम्बर को भारत बंद का समर्थन
हलद्वनी,,,
भीम आर्मी ज़िला कार्यालय पर एक सभा का आयोजन किया गया,
सभा 27 सितम्बर भारत बंद के समर्थन में की गई थी। नफ़ीस अहमद खान ने अपने वक्तव्य में कहा कि पिछले 10 माह से किसान दिल्ली बॉर्डर पर आंदोलन कर रहे हैं क्योंकि सरकार खेती किसानी बाजार को बड़े कारपोरेट और बड़ी बड़ी निजी कंपनियों को सौंपकर उनका गुलाम बनाना चाहती है जिसके विरोध में दिल्ली बॉर्डर व देश के अलग अलग हिस्सों में आंदोलन कर रहे हैं। परन्तु गूंगी बहरी सरकार के कानों में जूं तक नही रेंग रही है, एक तरफ किसानों के खिलाफ तीन कृषि कानून बनाकर उनको गुलाम बनाने की तैयारी की जा रही है तो दूसरी तरफ निजीकरण करके देश को बेचने पर आमादा है। उन्होंने कहा कि जब मालिक ही घर को बेचने का सौदागर बन जाये तो घर की जनता क्या बैठे बैठे तमाशा ही देखती रहेगी, किसी न किसी को तो मंगलपांडे बनना ही पड़ेगा, जिसने अकेले ही अग्रेजो के पसीने छुटा दिए थे। अगर जनता अब भी चुपचाप तमाशा देखती रही तो मोदी जी अपने चहीतों को देश के संसाधनों के साथ प्राकृतिक संसाधनों की नीलामी और लंबे समय तक किराए पर देकर देश मे महंगाई को बढ़ावा देने का काम करती रहेगी। उपरोक्त सभी समस्याओं के विरोध में किसानों द्वारा 27 सितम्बर को जो भारत बंद का आह्वान किया गया है उसे भीम आर्मी भारत एकता मिशन का पूर्ण समर्थन रहेगा, भीम आर्मी किसानों के हर आंदोलन में किसानों के साथ है। कुमाऊँ मंडल संरक्षक जी आर टम्टा, मंडल अध्यक्ष सिराज अहमद, जिलाध्यक्ष नफ़ीस अहमद खान, आसपा जिलाध्यक्ष मनीष गौतम, आसपा ज़िला प्रभारी सुलेमान मलिक, सुंदर लाल बौद्ध, हरीश लोधी, हबीब अहमद सैफी, बालकिशन राम, गोविंद गौतम, मोहनलाल आर्य, असलम खान, दिलशाद अंसारी, शाकिर,राजा, रितिक कांत, उज्ज्वल चौहान, इरशाद अहमद, मोनू कुमार आदि उपस्थित थे।