उत्तराखण्ड
राजकीय पॉलिटेक्निक कॉलेज कालाढूंगी में मुख्य चिकित्सा अधिकारी नैनीताल की अध्यक्षता में गैर संचारी रोग कार्यक्रम के अंतर्गत एक दिवसीय कार्यशाला का किया आयोजन,,
राजकीय पॉलिटेक्निक कॉलेज कालाढूंगी में कार्यशाला में डॉ०एच०सी०पंत (मुख्य चिकित्साधिकारी नैनीताल )द्वारा विद्यार्थियों को वर्तमान में नशे की स्थिति से वाकिफ करते हुए बताया गया कि नशा किस प्रकार हमें और हमारे समाज को खोखला कर रहा है। जिसके लिए हम सबको एकजुट होकर इस नशे रूपी दोनों को अपने समाज से भगाने के लिए प्रयास करने होंगे और साथ ही छात्रों से आग्रह भी किया कि जिन-जिन योजनाओं की जानकारी उनके द्वारा आज इस कार्यशाला में की गई। उन्हें कम से कम पांच लोगों तक साझा करें ताकि उन लोगों को भी इन योजनाओं की जानकारी मिल सके। ताकि वह भी इसका लाभ उठा सके।
कार्यशाला में डॉक्टर हिमांशु कांडपाल (मनोचिकित्सक )द्वारा मानसिक रोग के लक्षण एवं इसके बचाव के तरीकों पर विद्यार्थियों को विस्तार पूर्वक जानकारी दी गई
अभिषेक कुमार( डेंटल हाइजीनिस्ट ) द्वारा विद्यार्थियों को दांतों की देखरेख ब्रश करने के तरीके एवं ब्रश के प्रकार को लेकर जानकारी दी गई।
धर्मेंद्र कुमार मिश्रा ( दृष्टिभितिज्ञ) द्वारा आंखों से संबंधित होने वाले रोगों इसके बचाव को लेकर विद्यार्थियों को जानकारी दी गई। साथ ही नेत्रदान महादान के बारे में भी जानकारी दी गई एवं विद्यार्थियों को नेत्रदान करने हेतु प्रेरित किया गया। आई डोनेशन फॉर्म भी भरवा गए।
डॉ मनोज कांडपाल (जिला सर्विलांस अधिकारी/नगर स्वास्थ्य अधिकारी नगर निगम हल्द्वानी) द्वारा वेक्टर जनित रोगों के फैलने के तरीकों एवं इसके बचाव को लेकर विद्यार्थियों को जानकारी दी गई।
हरेंद्र कठायत (सोशल वर्कर) द्वारा गैर संचारी रोगों के अंतर्गत संचालित विभिन्न कार्यक्रमों की जानकारी दी गई ।एवं आम जनमानुष इन योजनाओं का किस प्रकार फायदा उठा सकता है इस पर भी विद्यार्थियों को बताया गया।
सामुदायिक स्वास्थ्य अधिकारी द्वारा बीपी शुगर की जांच की गई। साथ ही दंत परीक्षण, नेत्र परीक्षण भी किया गया।
कार्यक्रम में स्वास्थ्य विभाग की ओर से वरिष्ठ चिकित्सा अधिकारी डॉक्टर कुमोद पंत, मनोज बाबू, सतीश सती अमनदीप कौर, बल बहादुर एवं
राजकीय पॉलिटेक्निक कालाढूंगी की प्रधानाचार्य डॉ आर०के०एस० चंदेल, इंदिरा गुंजियाल, किशोर चंद्र , ध्यान सिंह, हिमांशु जोशी,ज्योति, शिल्पी, रजत बोरा द्वारा प्रतिभाग किया गया। कार्यक्रम का संचालन गिरीश चंद्र द्वारा किया गया।