उत्तराखण्ड
महिला मृत्यु व शिशु मृत्यु पर एक 2 दिवसीय कार्यशाला का आयोजन किया गया।
आज हल्द्वानी में महिला मृत्यु व शिशु मृत्यु पर एक 2 दिवसीय कार्यशाला का आ योजन किया गया। डॉ भागीरथी जोशी मुख्य चिकित्सा अधिकारी नैनीताल द्वारा दीप प्रज्वलित कर कार्यशाला का शुभारंभ किया गया। कार्यशाला मैं मेडिकल ऑफिसर ,नर्सिंग ऑफिसर, महिला कार्यकत्री ,काउंसलर, ब्लॉक कोऑर्डिनेटर ,ब्लाक कार्यक्रम प्रबंधक द्वारा प्रतिभाग किया गया। कार्यशाला का आयोजन जनपद में मातृत्व मृत्यु व शिशु मृत्यु की दर को कम करने व जटिलताओं को समझने के उद्देश्य से रखा गया । डॉ रश्मि पंत अपर मुख्य चिकित्सा अधिकारी जो कार्यशाला की है मास्टर ट्रेनर थी उनके द्वारा विस्तार से मातृत्व मृत्यु के संबंध में पैरामेडिकल स्टाफ व डॉक्टर को जानकारी दी गई , उनके द्वारा बताया गया कि गर्भावस्था प्रसव दौरान व प्रसव पश्चात 42 दिन के भीतर गर्भावस्था के कारणों से होने वाली 15 से 49 वर्ष की महिला की मृत्यु को मातृ मृत्यु कहते हैं। महिला की प्रमुखतःमृत्यु का कारण रक्त स्त्राव, संक्रमण, उक्त रक्त चाप, गर्भपात एवं खून की कमी आदि है। कार्यशाला
कार्यशाला पर डॉ आर0पी0एस0 नेगी अपर मुख्य चिकित्सा अधिकारी, मदन महेरा, सरयू नंदन जोशी, दीवान बिष्ट, मनोज बाबू, कविता जोशी आदि उपस्थित रहे