उत्तराखण्ड
बनभूलपुरा में या तो स्मैक
बेचने वाले रहेगें या हम रहेंगे। उवेश
बहुत #अफसोस हुआ आज सुबह सुबह जब कुछ ऐसे लडको को देखा जो अच्छे #कारोबारी थे। और परिवार के जिम्मेदार थे। लेकिन जब उनकी हालत देखी तो बहुत दुख हुआ। नशे में धुत और शरीर भी ढांचा जैसा हो गया। मेने उसी समय सोच लिया कि अब या तो स्मैक बेचने वाले बनभूलपुरा में रहेगें या हम रहेंगे।
ये एक चैलेंज जैसा हो गया है अब इसको खत्म करके ही रुका जायेगा।
इस बनभूलपुरा में बेचने वाले किया इतने हावी हो गय है की अब हम उनके सामने कुछ नही कर पाएंगे।
अब समय बताएगा। जंग कोन जीतेगा। इस बनभूलपुरा के लोगो से हमारा एक रिश्ता जुड़ा है कोई भाई है कोई दोस्त कोई रिश्तेदार है कोई पड़ोस का है। कही न कहीं बेचने वालो से लेकर खरीदने वाले तक सब इसी इलाके के है। अब इन काले धंधे वालो को बिलकुल नही बखशेंगे।
भविष्य में आपके और हमारे परिवार के लोग भी इस स्मैक के चक्कर में पड़ सकते है
शुरुआत थाने में ज्ञापन देने से होगी।
अगर कार्यवाही हुई तो ठीक है।
वरना इसके बाद आगे उच्च अधिकारीयों में जाया जाएगा। मतलब डीजीपी उत्तराखंड से लेकर मुख्यमंत्री तक मामला जायेगा।
बनभूलपुरा में 15 दिनों के अंदर 0% स्मैक चाहिए। अगर ऐसा नही होता है तो आन्दोलन जरुर करूंगा।
में इस इलाक़े को बर्बाद होता नही देख सकता हूं।
मेरे पास इस गलत काम के लिए कोई भी शिफारिश करने ना आए।