उत्तराखण्ड
पापी पेट का सवाल है साहब।
बेटी बचाओ बेटी बचाओ अभियान शुरू हुआ जिसमे लाखो करोड़ों रुपए प्रचार प्रसार में लगाए गए कि कोई भी बेटी अनपढ़ न रहे , ये सूचना कहा तक जाती हैं इसका कोई पता नहीं है सरकारी खर्चों पर इसका प्रचार प्रसार बखूबी किया जाता है पर इन बच्चो को इसकी जानकारी नहीं है जब इस तपस धूप में इन बच्चियों से पूछा बेटा की आप पढ़ाई नही करते हो तो जवाब दिया कि। पढ़ने के लिए पैसे नहीं हैं कामना और खाना ही हमारी जिंदगी हैं बस कबाड़ बेच कर गुजारा करते हैं तो मन में आया कि हम बच्चो के भविष्य की बात करते हैं पर धरातल पर सब शून्य है सामाजिक एवं आर्थिक विकास को लेकर हम चिंतित नहीं हैं सिर्फ जनसंख्या वृद्धि ही हमारे देश का विकास बन गया है अगर जनसंख्या वृद्धि कानून नहीं बना तो देश में फुटफाथो पर जगह नही मिलेगी ।