Connect with us

उत्तराखण्ड

ट्वीटर पर वायरल गौतम अडानी की इस तस्वीर ने भारत में तहलका मचा दिया है हालाँकि अभी तक इस बारे में कोई आधिकारिक बयान सामने नहीँ आया है

,,चीफ हेड , ,अजय सिंह देहरादून

आइये विस्तार पूर्वक जानें क्या है पूरा मामला गौतम अडानी की पृष्ठभूमि: ,

,गौतम अडानी, जो अडानी समूह के अध्यक्ष और संस्थापक हैं, पर अमेरिका में धोखाधड़ी और रिश्वतखोरी के गंभीर आरोप लगे हैं। न्यूयॉर्क की एक संघीय अदालत (फेडरल कोर्ट) ने अडानी सहित सात लोगों पर आरोप लगाए हैं कि उन्होंने भारत में एक सौर ऊर्जा परियोजना हासिल करने के लिए भारतीय अधिकारियों को 250 मिलियन डॉलर (करीब 21 अरब रुपये) की रिश्वत देने का वादा किया था।

मुख्य आरोप:

  1. रिश्वतखोरी: आरोप है कि अडानी और उनके सहयोगियों ने भारत में सौर ऊर्जा परियोजना हासिल करने के लिए भारतीय अधिकारियों को रिश्वत देने का वादा किया था।
  2. धोखाधड़ी: 2020 से 2024 के बीच, आरोपियों ने सौर ऊर्जा के अनुबंध को हथियाने के लिए फर्जी दस्तावेज और योजनाओं का उपयोग किया। इस अनुबंध से 20 साल में 2 बिलियन डॉलर (करीब 16,000 करोड़ रुपये) से अधिक मुनाफा होने का अनुमान था।
  3. निवेशकों और बैंकों से झूठ बोलना: अडानी ग्रीन एनर्जी लिमिटेड के अधिकारियों और अडानी समूह के करीबी सहयोगियों ने इस रकम को जुटाने के लिए अमेरिका और अन्य देशों के निवेशकों और बैंकों से झूठ बोला। उन्होंने भ्रामक बयानों और रिश्वत विरोधी नीतियों का उल्लंघन किया।

न्यायिक कार्यवाही:

  1. गिरफ्तारी वारंट: न्यूयॉर्क की अदालत ने गौतम अडानी और सागर अडानी के खिलाफ गिरफ्तारी वारंट भी जारी किया है। आरोपियों पर अमेरिकी एफबीआई और यूएस सिक्योरिटीज एंड एक्सचेंज कमीशन (एसईसी) की जांच में भी बाधा डालने की साजिश रचने का आरोप है।
  2. अमेरिकी अटॉर्नी का बयान: अमेरिकी अटॉर्नी ब्रियोन पीस ने कहा, “हमने आरोपियों पर अरबों डॉलर के अनुबंध हासिल करने के लिए भारत के सरकारी अधिकारियों को रिश्वत देने की गोपनीय साजिश रचने का आरोप लगाया है। उन्होंने इन अवैध गतिविधियों को छुपाने के लिए वैश्विक निवेशकों से फंड जुटाने की कोशिश की। हम अंतरराष्ट्रीय स्तर पर भ्रष्टाचार को समाप्त करने के लिए प्रतिबद्ध हैं।”
  3. अदाणी समूह की प्रतिक्रिया: अभी तक अदाणी समूह की ओर से इस मामले पर कोई आधिकारिक प्रतिक्रिया नहीं आई है। इस आरोप ने समूह के लिए एक नया संकट खड़ा कर दिया है, जिसके परिणाम स्वरूप वैश्विक निवेशकों और बैंकों के साथ उसके रिश्तों पर भी असर पड़ सकता है।
    संभावित प्रभाव:
  4. शेयर बाजार में गिरावट: अगर आरोप सिद्ध होते हैं, तो अडानी समूह की कंपनियों के शेयरों में तीव्र गिरावट हो सकती है।
  5. निवेशकों का विश्वास घटना: विदेशी और घरेलू निवेशकों का विश्वास कम हो सकता है, जिससे पूंजी प्रवाह पर नकारात्मक प्रभाव पड़ सकता है।
  6. लिक्विडिटी पर प्रभाव: बैंक और वित्तीय संस्थाएं जो अडानी समूह से जुड़ी हैं, उनके पास लिक्विडिटी की समस्या उत्पन्न हो सकती है।
  7. रोजगार पर प्रभाव: अडानी समूह में हजारों लोग काम करते हैं, इसलिए किसी भी बड़े संकट से रोजगार पर असर पड़ सकता है।
Ad Ad Ad Ad Ad Ad Ad Ad
[masterslider id="1"]
Continue Reading
You may also like...

More in उत्तराखण्ड

Trending News

Follow Facebook Page