उत्तराखण्ड
आप के हुए त्रिलोचन भट्ट
आप के हुए त्रिलोचन भट्ट
अजय उप्रेती लालकुआ
कालाढूंगी में आम आदमी पार्टी का कार्यकर्ता सम्मान समारोह
आमआदमी पार्टी कार्यकर्ता सम्मान समारोह का आयोजन आम आदमी पार्टी कार्यालय कालाढूंगी में किया गया| जिसमे मुख्य अतिथि मा० शिशुपाल सिंह रावत प्रदेश उपाध्यक्ष आम आदमी पार्टी व विशिष्ट अतिथि मंजू तिवारी कालाढूंगी पूर्व विधायक प्रत्याशी कालाढूंगी की गरिमामय उपस्थिति में कार्यकर्ताओ का ज्वाइनिंग कार्यक्रम संपन्न हुआ | देवलचौड़ (कालाढूंगी) निवासी त्रिलोक चंद्र भट्ट आम आदमी पार्टी में शामिल मंजू तिवारी पूर्व विधायक प्रत्याशी आम आदमी पार्टी की अध्यक्षता में कार्यक्रम संपन्न हुआ| इस कार्यक्रम में देवलचौड़ कालाढूंगी निवासी त्रिलोक चंद्र भट्ट ने अपने साथियो के साथ आम आदमी पार्टी की सहायता ग्रहण की| इस अवसर पर भी भट्ट ने घोषणा की कि प्रत्येक बूथ स्तर तक शीघ्र हो कार्यकर्ताओ की टीम खड़ी की जाएगी तथा अरविन्द केजरीवाल का दिल्ली मोडल को उत्तराखंड में स्थापित किया जाएगा | उत्तराखंड सरकार के पहले 100 दिन के कामकाज में उत्तराखंड के हर तबके को पूरी तरह से निराश किया है। शिशुपाल रावत उत्तराखंड की भाजपा की सरकार 100 दिन का कार्यकाल पूरा होने पर जिस तरह से विकास के नाम पर खुद ही अपनी पीठ थपथपा कर खुशफहमी का शिकार हो रही है इस लिए इस सरकार को जनता के आंसू नहीं दिखाई दे रहे हैं। रावत ने कि जिस सरकार के पहले 100 दिन मे कोरोना वार्यिर्स को नौकरी से निकाल कर सड़कों पर आंदोलन करने के लिए मजबूर किया, जिस भाजपा ने फ्री राशन के नाम पर वोट लेकर सरकार बनते ही फ्री राशन कार्ड सरेंडर करने का फरमान जारी किया, जिस भाजपा ने किसान पेंशन के नाम पर जनता का वोट लेकर पेंशन की पात्रता के नाम पर पेंशन सरेंडर करने का फरमान जारी किया, जिस सरकार ने अपने गठन के पहले सप्ताह में 5000 से अधिक वन संविदा कर्मियों को बेरोजगार किया, जिस सरकार ने महंगाई पर काबू पाने के बजाय और महंगाई को रोकने के लिए ठोस उपाय करने के बजाय डीजल, पेट्रोल, रसोई गैस के दामों में बेतहाशा वृद्धि करने पर केंद्र सरकार का उत्साह वर्धन किया, ऐसी सरकार कैसे सतत विकास का दावा कर सकती है।जिस सरकार के संरक्षण में राज्य में बेरोजगारी चरम पर हो, जिस सरकार ने राज्य के बेरोजगार नौजवानों को रोजगार की तलाश में दर-दर भटकने के लिए मजबूर किया है, जिस सरकार के राज में राज्य का संविदा कर्मी अपने भविष्य को असुरक्षित महसूस कर रहा है, जो सरकार गैरसैण को ग्रीष्मकालीन राजधानी घोषित करने के बाद गैरसैण में ग्रीष्मकालीन सत्र आहूत कराने में विफल रही हो, जिस सरकार ने बजट में गैरसैण के ढांचागत विकास के लिए एक रुपये की धनराशि का प्रावधान न किया हो, ऐसी पहाड़ विरोधी सरकार अपने 100 दिन में कैसे समर्पण और प्रयास का दावा कर सकती है।हकीकत में 4000 करोड़ के लगभग धनराशि का अनुपूरक बजट पेश करने वाली भाजपा की यह सरकार अपनी अकर्मण्यता के कारण कुल बजटीय प्रावधान की 5000 करोड़ की धनराशि को विकास कार्यों में खर्च नहीं कर पाई यही इसकी उपलब्धि है। मंत्रियों और अधिकारियों में आपस में कोई तालमेल नहीं है नौकरशाही को मंत्रियों द्वारा गलत आदेशों को लागू करने के लिए मजबूर किया जा रहा है। मंत्रियों और अधिकारियों के बीच के झगड़े सार्वजनिक होने के कारण राज्य की नौकरशाही असमंजस की स्थिति में है भाजपा की पिछली सरकार ने जो ट्रांसफर एक्ट विधानसभा में पारित करके बनाया था उसको लागू करने में सबसे ज्यादा अड़चन राज्य सरकार के मंत्री पैदा कर रहे हैं और उसका खामियाजा राज्य में कार्यरत अधिकारी और कर्मचारी भुगत रहे हैं सरकार और कार्यपालिका के बीच में तालमेल की कमी राज्य के विकास में बाधक बन रही है भाजपा की पिछली सरकार में 2 वर्षों में लॉकडाउन के कारण चार धाम यात्रा लगभग बंद रही इस साल चार धाम यात्रा में बड़ी संख्या में श्रद्धालु आएंगे इसका सरकार को अनुमान लगाने के बाद यात्रा व्यवस्थाएं भी उसी तरह से चाक-चौबंद करनी चाहिए थी लेकिन सरकार द्वारा चार धाम यात्रा व्यवस्थाओं को ठीक न कर पाने के कारण मात्र 1 महीने में 200 से अधिक श्रद्धालुओं को मौत की नींद सोना पड़ा इससे पूरे देश में उत्तराखंड की बदनामी हुई है 2022 के विधानसभा चुनाव के परिणाम भाजपा के पक्ष में आने और भाजपा को दो तिहाई से अधिक बहुमत मिलने के बाद राज्य की जनता को उम्मीद थी कि त्रिवेंद्र सरकार ने भू कानून में जो बदलाव करके उत्तराखंड की पर्वतीय क्षेत्र की जमीनों को बिकवाली पर लगा दिया था अब धामी टू सरकार बिकवाली पर रोक लगाकर एक ऐसी मजबूत भू कानून लाएगी जिससे उत्तराखंड के लोगों की भूमि सुरक्षित रह सके लेकिन इन 100 दिनों में धामी सरकार इस काम को भी नहीं कर पायी राज्य की कानून व्यवस्था पूरी तरह से चरमरा गई है राज्य के अंदर हाल ही में नाबालिक लड़कियों के साथ बलात्कार की तीन घटनाओं ने राज्य को शर्मसार किया है बागेश्वर, सहसपुर और रूडकी की घटना चिंता का विषय है सरकार की तानाशाही लगातार बढ़ती जा रही है और यही कारण है कि सरकार ने न्यू कैंट रोड पर राजभवन और मुख्यमंत्री आवास कूच पर पूरी तरह से प्रतिबंध लगाकर अपनी तानाशाही रवैए का उदाहरण प्रस्तुत किया है राज्य सरकार ने अपनी दूसरी पारी के पहले बजट में राज्य पर कर्ज का बोझ बढ़ाने के साथ राज्य के हर नागरिक को ₹ 74000 का कर्जदार बनाने की उपलब्धि हासिल की है. राज्य सरकार की देखरेख में राज्य में घोटालों की बाढ़ आई हुई है सरकारी नौकरी में भर्तियों से लेकर राज्य में जगह-जगह घोटाले ही घोटाले हो रहे हैं. वीडियो भर्ती में घोटाला, वीपीडीओ भर्ती में घोटाला, सहकारी बैंक भर्ती में घोटाला, सी उम्र में बड़ा घोटाला, खनन में घोटाला, शराब ओवर रेटिंग में घोटाला को देखकर लगता है कि घोटाले अंजाम देने के अलावा सरकार का ध्यान किसी और काम पर नहीं है. पुलिस भर्ती में जिले का कोटा खत्म कर दिया गया है. चारधाम यात्रा मार्गों से लेकर राज्य के अलग अलग इलाकों में हर दिन हो रही सड़क दुर्घटनाओं पर सरकारी अमला रोक लगा सकने में पूरी तरह बिफल साबित हो रहा है. राज्य की स्वास्थ्य व्यवस्था चरमरा रही है. शिक्षा विभाग में ट्रांसफर उद्योग फल फूल रहा है. अपनों को हाँ गैरों को ना के सिद्धांत पर ट्रांसफर होने से कर्मचारियों में भारी असंतोष व्याप्त है.कुल मिलाकर कहा जा सकता है कि भाजपा की यह सरकार 2022 के विधानसभा चुनाव के 100 दिन बाद अभी भी चुनावी मोड से बाहर निकलकर के जन सरोकारों पर काम करने के बजाए अब 2024 के चुनाव की तैयारी पर लग गई है जनता देख रही है कि क्या मोदी जी की तरह धामी जी भी जुमलों की किताब पढ़ने में मशगूल हो गएपरिसंपत्तियों का विवाद सुलझाने के नाम पर उत्तराखंड के हितों को गिरवी रख दिया गया है कुल मिलाकर कह सकते हैं कि भारतीय जनता पार्टी की सरकार ने अपने पहले 100 दिन के कार्यकाल में राज्य की जनता को केवल निराशा ही नहीं किया बल्कि हतोत्साहित किया है प्रताड़ित किया है। कालाढूंगी विधानसभा में मंजू तिवारी जी के नेतृत्व में एक बैठक को संबोधित करते हुए उन्होंने यह सारी बातें कही, वही बैठक में आज लोचन भट्ट व गंगा बिष्ट भाजपा छोड़कर के आम आदमी पार्टी का अपने कई साथियों के साथ दामन थामा। बैठक में मंजू तिवारी दीप पांडे हेमचंद पंचोली गिरीश तिवारी लक्ष्मण राम किशन दत्त पांडे राजेंद्र सिंह सोढ़ी अनीता उपाध्याय गरिमा पंत रेहान हुसैन धीरज भट्ट ताहिर हुसैन गोविंद गोस्वामी यामीन रेहान कलीम सैफी आदि लोग मौजूद रहे।