उत्तराखण्ड
शहर की सुंदरता के लिए लगाए गए डस्टबीन के रूप में दिखाई दे रहे ये गमले,,
हल्द्वानी,नगर निगम द्वारा प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के आगमन पर तिकोनिया में लेकर डिग्री कॉलेज तक इन गमलों को सजाया गया था लेकिन कुछ दिन बाद उन गमलों का अता पता नहीं चल कि गमले कहा गए उसके बाद मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी एवम पूर्व महापौर जोगिंदर सिंह रोतेला के विधाई समारोह कार्यक्रम आयोजित किया गए जिसमे समूह सहायता से जुड़ी कार्यकर्तियो को सम्मानित किया गया था और तिकोनिया चौराह से लेकर डिग्री कॉलेज तक दुबारा नए
गमलों से सजाया गया,लेकिन कुछ दिन तक इन गमलों की देखभाल की गई, लाखो रुपए खर्च किए गए कि शहर मे नगर निगम प्रशासन पर्यावरण संरक्षण को लेकर सजग दिखाई दे रहा है लेकिन वो भी कुछ दिनों के लिए आज ये गमले एक डस्टबिन का कार्य कर रहे हैं कोई गुटका खाकर थूक रहा है कोई कूड़ा डाल रहा है जब इन गमलों की देखभाल नही होगी,और पौधों को पानी नही मिलेगा तो कैसे हरे भरे होंगे रहा सवाल समाज सेवी संस्थाएं भी मॉन हैं ग्रीन सिटी का नारा देने वाला कोई भी व्यक्ति नजर नहीं आ रहा है आम जनमानस को भी शहर की सुंदरता को लेकर आगे आना चाहिए,,