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अपनी जान जोखिम में डालकर बच्चों को बचाने वाले बस चालक और परिचारिका को विद्यालय ने किया सम्मानित
शनिवार 9 दिसंबर को लालकुआं से बच्चों को स्कूल लेकर आ रही 2022 मॉडल बस में अचानक आग लग गई थी। जिसमें बस पूरी तरह जलकर राख हो गयी। हादसे के वक्त बस में 37 बच्चे सवार थे। बस चालक खीम सिंह बिष्ट और परिचालिका दीपा ने तत्परता से अपनी जान की परवाह ना करते हुए सूझबूझ से सभी बच्चों को बस से बाहर सुरक्षित निकाला जिससे एक बहुत बड़ा हादसा होने से टल गया,चालक और परिचालिका ने अपनी जान को जोखिम में डालकर जिस तरह से बच्चों को सकुशल बाहर निकाला उसके लिए विद्यालय प्रबंधन द्वारा उन्हें सम्मानित किया गया,उनके इस साहसिक कार्य के लिए सभी अभिभावकों ने भी उनकी जमकर सराहना की। अभिभावक संजय पंत द्वारा भी उन्हें सम्मानित किया गया उन्होंने कहा कि मेरे दो बच्चें इसी स्कूल में पढ़ते है लेकिन मेरे बच्चें उस दुर्घटना ग्रस्त हुई बस में नहीं थे लेकिन ड्राइवर खीम सिंह जी और दीपा जी ने भगवान बन कर बच्चों को बचाया है उनके इस अतुलनीय योगदान के लिए मेरी तरफ से छोटा सी भेंट है ताकि उनका और अन्य कर्मचारियों का उत्साह वर्धन हो। उन्होंने विद्यालय प्रबंधन के सहयोग और उनके प्रयासों की भी सराहना की।
प्रधानाचार्या सन्तोष पांडेय ने बस चालक और परिचालिका के साहस की तारीफ करते हुए बच्चों से कहा कि हमें इस घटना से सीख लेनी चाहिए की विषम परिस्थितियों में भी बिना घबराये चुनौतियों का डटकर सामना करना चाहिये और एक दूसरे की मदद करनी चाहिये। सभी छात्र-छात्राओं ने भी उन्हें धन्यवाद दिया। इस अवसर पर विद्यालय के चेयरमैन दयासागर बिष्ट, डायरेक्टर राजेश बिष्ट, डायरेक्टर अकादमिक अंजू भट्ट, प्रधानाचार्या संतोष पांडे, एडमिन बी एस मनराल, विनोद खोलिया और समस्त विद्यालय परिवार उपस्थित रहा।