उत्तराखण्ड
अर्ध रात्रि में बिना अनुमति के खोदे जा रहे हैं बेसमेंट प्रशासन मौन ,
एक तरफ प्रशासन सख्ती को लेकर तमाम दावे करता है लेकिन अर्ध रात्रि में प्रशासन में धूल झोंक कर क्या संदेश देना चाहते हैं कि प्रशासन को हमने खरीद रखा है तमाम फर्यादी प्राधिकरण में अपने मानचित्र को लेकर आवेदन करते हैं लेकिन उनके मानचित्र को लेकर तमाम तरह की आपत्ति लगती है लेकिन अद्र्ध रात्रि में जमीन को खोदना वो भी बिना अनुमति के,ये सारे आम प्रशासन के मुंह में तमाचा मारने का संदेश देने का आरोप है,, प्रशासन क्या है अर्ध रात्रि में प्रशासन सोया हुआ है,आप जमीन खोद रहे हो क्या आपके पास प्रशासन की अनुमति है,,अगर अनुमति है तो अर्ध रात्रि में जमीन आप जमीन खोद रहे हैं, इसकी अनुमति खनन विभाग द्वारा दी जाती है,,आप सरकारी आदेशों की धज्जियां उड़ाने का कार्य कर रहे,, तिकोनिया मे चर्चित सड़ा पंजाब नामक एक प्रतिष्ठान में हो रहा है अवैध खनन की अनुमति खनन विभाग द्वारा ली गई है, ये नहीं। ये भी कानून का उल्लंघन है कई लोग इस कानून को तोड़ने में सक्षम होते हैं जो भी खनन किया गया उसका विवरण की वाहन से कहा पर ले जाए गया है,उसकी रावलटी, किस संबंधित विभाग द्वारा दी गई और ओर खनन को कहा परिवहन किया गया है,,इसकी जानकारी संबंधित विभाग को लिखत में ली गई हैऔर किस वाहन को इस खन्ना की अनुमति दी है ये राजस्व को लेकर सवाल उठता है,,इस दौरान कौन अधिकारी जिम्मेदार है,, खनन विभाग या प्रशासन,,