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अपने ईलाज के भटक रहा है फारूक ,
हम बात करते हैं उत्तराखंड चिकित्सा सेवा की सरकार दुवारा तमाम तरह की चिकित्सा के प्रचार प्रसार में करोड़ों रुपए खर्च करते हैं वही धारतल में जमीनी हकीकत कुछ और ही एक रिक्शा चालक फारूक जो पिचले 15 दिनों पथरी के दर्द से परेशान हैं बेस अस्पताल में वह चक्कर लगाते लगाते वह थक चुका है आखिर गरीब आदमी का ईलाज कहा होगा,कौन सुनेगा इन गरीबो की शाम को जब फोन आया तो उसने अपनी आप बीती बताई की पिछले 10 दिनों से मैं दर्द से परेशान हूं डॉ ने किडनी में पथरी में पथरी बताई ,आखिर कौन सुनेगा इन गरीबो की