उत्तराखण्ड
मेडिकल कॉलेज हल्द्वानी में 60 चालकों को दिया फर्स्ट रेस्पॉन्डर प्रशिक्षण
हलद्वानी, राजकीय मेडिकल कॉलेज एवं डा० सुशीला तिवारी हॉस्पिटल के सहयोग से परिवहन विभाग, हल्द्वानी द्वारा मेडिकल कॉलेज स्थित मीटिंग हॉल में 60 वाहन चालकों को सड़क दुर्घटनाओं में घायल व्यक्तियों के मददगार फर्स्ट रेस्पॉन्डर का प्रशिक्षण दिया। जिसमें मेडिकल कॉलेज के विभिन्न डिपार्टमेंट के डाक्टर्स द्वारा सीपीआर ट्रेनिंग, बेसिक लाईफ सपोर्ट सिस्टम ट्रेनिंग इन रोड साईड एक्सीडेंट पर विस्तार से ग्रुप के माध्यम से प्रशिक्षण दिया । प्रशिक्षण में मेडिसन डिपार्टमेंट से डा० जहीर इल्यास एवं डा० अंकित सिंह, सर्जरी डिपार्टमेंट से डा० रेनू बिष्ट एवं डा० सिद्धार्थ जेठवानी, डा० राकेश जोशी, नर्सिंग स्टाफ से सिस्टर इन्चार्ज मार्गरेट एवं सीनियर नर्सिंग ऑफिसर श्री दिनेश पाण्डे द्वारा फर्स्ट रेस्पॉन्डर का प्रशिक्षण प्रदान किया गया।
उल्लेखनीय है कि कुमाऊं मण्डल के 06 जिलों में होने वाली अधिकतर सड़क दुर्घटनाओं में घायल व्यक्तियों का ईलाज मुख्यतः डा० सुशीला तिवारी हॉस्पिटल हल्द्वानी में किया जाता है। इसी कारण हास्पिटल के व्यापक अनुभव के दृष्टिगत परिवहन मुख्यालय द्वारा फर्स्ट रेस्पॉन्डर प्रशिक्षण कराये जाने हेतु निर्देशित किया गया। जिसके कम में सहायक सम्भागीय परिवहन अधिकारी श्रीमती रश्मि भट्ट द्वारा मेडिकल कॉलेज के चिकित्सा अधीक्षक डा० जी०एस० तितियाल से उक्त प्रशिक्षण कार्यक्रम आयोजित करने हेतु अनुरोध किया गया। जिसके कम में चिकित्सा अधीक्षक डा० तितियाल द्वारा अविलम्ब आवश्यक कार्यवाही करते हुये सम्बंधित सभी डिपार्टमेंट को प्रशिक्षण प्रदान किये जाने हेतु निर्देशित किया गया एवं आवश्यक व्यवस्थायें सुनिश्चित करवायी गयीं। परिवहन विभाग एवं मेडिकल कॉलेज के बेहतर समन्वय के द्वारा 60 चालकों को एक दिवसीय उपयोगी प्रशिक्षण प्रदान किया गया। आगे भी उक्त प्रकार के प्रशिक्षण के आयोजन किये जाने प्रस्तावित हैं। परिवहन विभाग की ओर से आयोजन में मुख्य भूमिका सहायक सम्भागीय परिवहन अधिकारी (प्रवर्तन) रश्मि भट्ट के साथ मुख्य प्रशासनिक अधिकारी, श्याम सिंह लटवाल, गोकुल देउपा, इन्टरसेप्टर तथा बाईक स्क्वायड टीम में तैनात उपनिरीक्षक श्री आर०सी० पवार द्वारा निभाई गई। कार्यक्रम में चन्दन सुप्याल, सचिन सैनी, अरविंद ह्यांकी, लता भट्ट, शिवप्रकाश रावत, केशर सिंह आदि द्वारा आवश्यक सहयोग प्रदान किया गया।