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उत्तराखण्ड

ब्रह्मलीन श्री श्री १००८महादेवगिरि महाराज जी की पुण्यतिथि पर संस्कृत सप्ताह समापन समारोह आयोजित

श्री महादेव गिरि संस्कृत महाविद्यालय के संस्थापक ब्रह्मलीन श्री श्री १००८महादेवगिरि महाराज जी की पुण्यतिथि पर संस्कृत सप्ताह समापन समारोह आयोजित किया गया जिसमें मुख्य अतिथि महिला महाविद्यालय के पूर्व प्राचार्य डा एस डी तिवारी ने कहा कि आज़ संस्कृत भाषा द्वारा ही समाज में समरसता का भाव स्थापित किया जा सकता है संस्कृत में ही उदात्त मानव भाव समाया है उन्होंने ने कहा कि महापुरुषों के बताए मार्ग पर चलने से ही जीवन सफल हो सकता है उन्होंने ने कहा कि संस्कृत जन समाज की भाषा है इसके प्रचार प्रसार में सभी को योगदान देना चाहिए । उन्होंने महाविद्यालय में अध्ययनरत सर्वोच्च अंक प्राप्त करने वाले छात्रों को प्रोत्साहन हेतु ५०००० पचास हजार रुपए प्रदान किये जिसके ब्याज से प्राप्त राशि से एक छात्र को प्रति वर्ष श्री कृष्ण नंदिनी नारायण प्रोत्साहन पुरस्कार दिया जायेगा मुख्य वक्ता उत्तराखंड संस्कृत विश्वविद्यालय हरिद्वार प्रो कंचन त्रिपाठी ने संस्कृत भाषा के महत्व प्रकाश डाला उन्होंने ने कहा कि संस्कृत विश्व की प्राचीन भाषा है समस्त ज्ञान विज्ञान संस्कृत में निहित है पूर्व प्राचार्य डा नारायण दत्त जोशी ने कहा कि बिना संस्कृत भाषा के वेदों उपनिषदों साथ व भाव समझ में नहीं आ सकता है । एम बी पी जी राजकीय महाविद्यालय पूर्व प्रोफेसर डा सन्तोष मिश्रा ने भी सम्बोधित किया उन्होंने ने कहा कि संस्कृत संस्कार देने वाली भाषा है । इसका उपयोग केवल पाण्डित्य के लिए नहीं बल्कि अनुसंधान के लिए ज्यादा होना चाहिए इस अवसर पर श्रीमहादेव गिरि महाराज की पुण्यतिथि पर उन्हें श्रद्धांजलि दी गयी तथा रुद्राभिषेक पाठ किया गया । डाक्टर चन्द्र बल्लभ बेलवाल के आचार्यत्व में छात्रों ने रुद्राभिषेक पाठ किया । इस वर्ष का सम्मान छात्र गोपाल पाण्डेय को दिया गया । कार्यक्रम में प्राचार्य डा नवीन चन्द्र जोशी ने भी सम्बोधित किया । कार्यक्रम में डा के सी जोशी आचार्य दिनेश तिवारी राकेश पंत अनुराग जोशी दीपक जोशी छात्र संघ के अध्यक्ष महेश चन्द्र जोशी श्रीमती दीपमाला । भास्कर भट्ट विनोद पाठक राजू तिवारी आदि उपस्थित थे संचालन डा चन्द्र बल्लभ बेलवाल ने किया

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