उत्तराखण्ड
परिवर्तन समय की मांग है तथा जनहित में कुछ नये कार्य होने चाहिए।राज्यपाल
नैनीताल 16 दिसम्बर 2021 (सूचना) – प्रदेश के महामहिम राज्यपाल लेफ्टिनेंट जनरल (सेवानिवृत) श्री गुरमीत सिंह जी गुरूवार को अपने निर्धारित कार्यक्रमानुसार पहली बार नैनीताल राजभवन पहुंचे। राजभवन पहुॅचने पर कुमाऊॅ कमिश्नर दीपक रावत, डीआईजी डॉ निलेश आनन्द भरणें, जिलाधिकारी धीरज गर्ब्याल, वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक प्रीति प्रियदर्शिनी, संयुक्त मजिस्ट्रेट प्रतीक जैन, गोल्फ कैप्टन कर्नल हरीश शाह सहित अन्य अधिकारियों द्वारा पुष्प गुच्छ देकर स्वागत किया तथा पुलिस विभाग की गार्ड ऑफ ऑनर द्वारा सलामी दी गयी।
राज्यपाल ने कहा कि नैनीताल के कारण विश्व पटल पर उत्तराखण्ड की विशिष्ट पहचान है। उन्होंने कहा कि पहले की अपेक्षा नैनीताल में पर्यटकों की संख्या में वृद्धि हुई है। उन्होंने कहा कि नैनीताल शहर, आस पास के गॉवों तथा पर्यटन स्थलों को और अधिक विकसित हों तथा यहॉ के मॉ नयना देवी मन्दिर सहित क्षेत्र के सभी ऐतिहासिक मन्दिरों के महत्व के प्रति लोगों को जागरूक किये जाने की आवश्यकता है। उन्होंने कहा कि परिवर्तन समय की मांग है तथा जनहित में कुछ नये कार्य होने चाहिए।
उन्होंने कहा कि विकास एक सतत प्रक्रिया है, जनप्रतिनिधि (सरकार) जनता के हित में कार्य करने के लिए हैं। उन्होंने कहा कि नैनीताल सहित राज्य का चहुमुखी विकास हो, क्षेत्रवासियों को उत्पन्न हुई समस्याओं से तत्काल राहत मिले और पर्यटन को बढ़ावा मिले। उन्होंने कहा कि राज्यपाल के रूप में प्राप्त जिम्मेदारियों एवं दायित्वों का पूरी निष्ठा से निर्वहन करते हुए देवभूमि के विकास के लिए सदैव तत्परता से कार्य करते रहूंगा।
राज्यपाल ने आयुक्त कुमाऊॅ कमिश्नर दीपक रावत,डीआईजी डॉ निलेश आनन्द भरणंे, जिलाधिकारी धीराज सिंह गर्ब्याल, वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक प्रीति प्रियदर्शिनी, मुख्य विकस अधिकारी संदीप तिवारी, मुख्य चिकित्साधिकारी भागीरथी जोशी, डीएफओ टीआर बिज्जू लाल के साथ जनपद के विकास से सम्बन्धित गतविधियों पर्यटन, स्वास्थ्य, शिक्षा, विद्युत, पेयजल, कानून एवं शान्ति व्यवस्था, परियोजनाओं के साथ वर्तमान में चल रहे कोविड-19 संक्रमण की रोकथाम के लिए की जा रहे कार्यों की विस्तृत रूप से जानकारी ली। उन्होंने कहा कि क्षेत्र की भौगोलिक परिस्थितियों के अनुसार योजनाओं को बनायें।
राज्यपाल ने राजभवन में राष्ट्रीय ग्रामीण आजीविका मिशन, स्वंय सहायता समूह की महिलाओं द्वारा स्थानीय उत्पाद से बने हैन्डी क्राफ्ट से निर्मित गुलदस्ते, आचार,एईडी बल्ब, दालें, मसाले आदि की प्रदर्शनी का अवलोकन करते हुए समूहों की महिलाओं से उनके उत्पादों द्वारा आमदनी की जानकारी ली। उन्होंने महिलाओं से अपने उत्पाद को और अधिक बढ़ाने को कहा। उन्होंने सम्बन्धित अधिकारियों को स्थानीय उत्पादन को और अधिक बढाने के निर्देश दिये ताकि महिलाऐं आत्मनिर्भर बन सके। उन्होंने महिलाओं से सुझाव भी लिये। स्वंय सहायता महिलाओं द्वारा स्थानीय उत्पाद से बने निर्मित वस्तुओं को राज्यपाल महोदय को भेंट किया।
राज्यपाल ने भूत पूर्व सैनिकों के साथ बैठक कर सैनिकों की समस्याओं/समाधान के लिए सैनिकों से सुझाव भी लिये। उन्होंने कहा कि मैं भी एक सैनिक हूॅ। इसलिये ईश्वर ने मुझे जो जिम्मेदारी दी है उसके अनुरूप मैं सैनिकों के लिए कुछ कर सकंू जिसके लिये आप सभी का सुझाव/विचार की जरूर हैं।