उत्तराखण्ड
हेमकुंड साहिब की सुखद यात्रा के लिए अरदास के बाद महामहिम राज्यपाल गुरमीत सिंह एवम मुखमंत्री पुष्कर धामी ने पहला जत्था रवाना किया ।
राज्य में श्री हेमकुंड साहिब के कपाट 22 मई को खुल रहे हैं। आज ऋषिकेश स्थित गुरूद्वारा से हेमकुंड साहिब के लिए संगतों को रवाना किया गया। गुरूद्वारा परिसर ऋषिकेश में यात्रियों के रजिस्ट्रेशन शुरू हुए। इस अवसर पर राज्यपाल लेफ्टिनेंट जनरल (से.नि) गुरमीत सिंह व मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ऋषिकेश पहुंचे। उन्होंने गुरूद्वारा में मत्था टेका और गुरूवाणी पाठ में शामिल हुए।लक्ष्मण झूला रोड पर स्थित हेमकुंड साहिब गुरुद्वारा मैनेजमेंट ट्रस्ट ने अतिथियों का स्वागत किया गया। श्री हेमकुंड यात्रा हेतु व्यापक तैयारियां की गयी है। कैबिनेट मंत्री प्रेमचंद अग्रवाल, ऋषिकेश मेयर अनिता ममगाई भी गुरूवाणी पाठ में शामिल हुए तथा गुरुद्वारा ऋषिकेश में मत्था टेका। इस अवसर पर बङी संख्या में सिक्ख संगत जत्थे मौजूद रहे।इस दौरान मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने सभी संगतों को हेमकुंड साहिब यात्रा की शुभकामनाएं दी। मुख्यमंत्री ने कहा कि वैसे तो वह कई बार इस यात्रा के प्रारंभ होने के मौके पर आते रहे हैं लेकिन यह पहला मौका है जब वे बतौर मुख्य सेवक के रूप में शामिल हुए हैं।
मुख्यमंत्री ने कहा कि बिना गुरुकृपा के कुछ भी नहीं होता। प्रदेश में चार धाम यात्रा के साथ ही हेमकुण्ड यात्रा शुरू हो रही है। इस बार पिछले सालों की तुलना में कई गुना अधिक यात्री चार धाम यात्रा में पहुंचे हैं, सरकार सुरक्षित चार धाम एवं हेमकुण्ड साहिब यात्रा के लिए प्रतिबद्ध है। सरकार का संकल्प है कि प्रदेश में आने वाले हर एक श्रद्धालु सुरक्षित आए और दर्शन करके सुरक्षित वापस लौटे।मुख्यमंत्री ने सभी श्रद्धालुओं से आग्रह करते हुए कहा कि जिन श्रद्धालुओं को स्वास्थ्य संबंधी कुछ परेशानी हो रही हो, डॉक्टर की सलाह के बिना यात्रा न करें। उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी जी के नेतृत्व में केदारनाथ धाम का भव्य पुनर्निर्माण कार्य हुआ है। अब बदरीनाथ धाम का काम जारी है।