उत्तराखण्ड
भीमताल-नौकुचियाताल परिक्षेत्र में मलवा आने वाली जगहों एवं हो रहे जलभराव की समस्या का तत्काल समाधान किया जाए’ सामाजिक कार्यकर्ता पूरन बृजवासी ने की,,
‘भीमताल-नौकुचियाताल परिक्षेत्र में मलवा आने वाली जगहों एवं हो रहे जलभराव की समस्या का तत्काल समाधान किया जाए’ सामाजिक कार्यकर्ता पूरन बृजवासी ने की जिलाधिकारी से अपील नैनीताल जिले के खूबसूरत पर्यटक शहर भीमताल और नौकुचियाताल जगह-जगह हर बरसात में जलभराव की गंभीर समस्या से जूझ रहे हैं। शहर की सड़कों पर मलबा, गड्ढे, और अपर्याप्त ड्रेनेज सिस्टम के कारण स्थानीय निवासियों और पर्यटकों को भारी परेशानी का सामना करना पड़ रहा है। यह स्थिति न केवल यातायात को प्रभावित कर रही है, बल्कि शहर की छवि और पर्यटन उद्योग को भी नुकसान पहुंचा रही है। सामाजिक कार्यकर्ता पूरन बृजवासी ने इस मुद्दे को बार-बार लोक निर्माण विभाग, सिडकुल, सिंचाई विभाग, नगर पालिका, और जिला प्रशासन के समक्ष उठाया है, लेकिन स्थाई ठोस समाधान के अभाव में समस्या बढ़ती ही जा रही है, बृजवासी एवं नौ वार्डो की जनता ने अब जिलाधिकारी वंदना सिंह से तत्काल हस्तक्षेप की मांग की है।
जलभराव की स्थिति और प्रभाव भीमताल के 9 वार्डों में सड़कों, गलियों, और चौराहों पर जलभराव आम बात है। अपर्याप्त ड्रेनेज सिस्टम, नालियों की कमी, और उनकी नियमित सफाई न होने से बारिश का पानी सड़कों पर जमा हो जाता है। इससे लाखों रुपये की लागत से बनी सड़कों का डामर उखड़ रहा है, और रेत-कीचड़ के कारण दोपहिया वाहनों के फिसलने से दुर्घटनाएं बढ़ रही हैं। यह समस्या पर्यटकों की सुरक्षा के लिए खतरा बन रही है और शहर की प्राकृतिक सुंदरता को प्रभावित कर रही है।
पूरन बृजवासी का संघर्ष सामाजिक कार्यकर्ता पूरन बृजवासी 2016-17 से जलभराव और ड्रेनेज सिस्टम की समस्या के समाधान के लिए संघर्षरत हैं। उन्होंने लोक निर्माण विभाग, सिडकुल, सिंचाई विभाग, नगर पालिका, और जिला प्रशासन को दर्जनों पत्राचार और मांगपत्र सौंपकर, सड़कों के गड्ढों का समाधान, नालियों के निर्माण, सड़कों के उचित रखरखाव, सड़कों पर आने वाले मलवा को रोकने और जल निकासी की व्यवस्था की मांग की है। बृजवासी का कहना है कि प्रशासन की उदासीनता के कारण स्थिति जस की तस बनी हुई है, जो पर्यटन उद्योग और स्थानीय निवासियों के लिए हानिकारक है।विभागों की लापरवाही लोक निर्माण विभाग, सिडकुल, सिंचाई विभाग, और नगर पालिका ने ड्रेनेज सिस्टम को दुरुस्त करने के लिए कोई ठोस कदम नहीं उठाए। सिडकुल क्षेत्र, कुआंताल, ब्लॉक रोड में जल निकासी की अपर्याप्त व्यवस्था के कारण आस-पास के इलाकों-घरों में जलभराव बना रहता है। अब तक सिर्फ अस्थायी उपायों से ही विभागों द्वारा काम चलाया जा रहा है, लेकिन धरातल पर दीर्घकालिक योजना का अभाव स्पष्ट रूप से दिखाई देता है।
जनता की मांग और जिलाधिकारी से अपील स्थानीय जनता और सामाजिक कार्यकर्ता पूरन बृजवासी ने जिलाधिकारी नैनीताल वंदना सिंह से तत्काल इन सभी जगहों को संबंधित विभागों से चिन्हित कर उचित निर्माण कार्यवाही की मांग की है। उन्होंने सुझाव दिया है कि उचित ड्रेनेज सिस्टम, सभी वार्डों में मलबा प्रवण क्षेत्रों में नालियों का निर्माण और नियमित सफाई सुनिश्चित की जाए।
सड़कों का रखरखाव: पर्यटन मार्गों और नगर की सड़कों के किनारे नालियां बनाकर डामर की क्षति रोकी जाए इससे सरकारी धन के नुकसान को बचाया जा सकता है।
रेत और कीचड़ की सफाई: सड़कों पर जमा रेत और कीचड़ की नियमित सफाई के लिए विभागीय समन्वय स्थापित हो।
संयुक्त कार्ययोजना: सभी संबंधित विभाग मिलकर स्थायी समाधान के लिए दीर्घकालिक योजना बनाएं।
वर्षा जल संचयन की संभावनाजल शक्ति अभियान जैसे राष्ट्रीय कार्यक्रमों के तहत भीमताल और नौकुचियाताल में वर्षा जल संचयन और ड्रेनेज सुधार पर ध्यान दिया जा सकता है। इससे न केवल जलभराव की समस्या हल होगी, बल्कि जल संरक्षण को भी बढ़ावा मिलेगा।
निष्कर्ष भीमताल और नौकुचियाताल की प्राकृतिक सुंदरता और पर्यटन क्षमता को बनाए रखने के लिए सड़कों के गड्ढों, मलबा, जलभराव की समस्या का स्थायी समाधान अनिवार्य है। पूरन बृजवासी के इतने प्रयासों के बावजूद भी संबंधित विभागों की निष्क्रियता निराशा जनक है। जिलाधिकारी वंदना सिंह से अपील है कि वे तत्काल हस्तक्षेप करें, संबंधित विभागों को निर्देश दें, और ड्रेनेज सिस्टम में सुधार कर इन पर्यटक शहरों की छवि को बचाएं। यह कदम न केवल स्थानीय निवासियों को राहत देगा, बल्कि पर्यटन प्रदेश उत्तराखंड के पर्यटन उद्योग को भी मजबूती प्रदान करेगा।,

