उत्तराखण्ड
अंगदान के प्रमुख लाभ और महत्व, डॉ संतोष मिश्रा,
डॉ संतोष मिश्रा ने आज अंगदान के कुछ इस तरह से प्रचार किया,
अंगदान न सिर्फ़ किसी की जान बचाता है, बल्कि कई मायनों में जीवन को बेहतर बनाता है। भारत सहित दुनिया के कई देशों में अंगदान को “जीवन का उपहार” कहा जाता है। यहां अंगदान के फायदे व इसके सामाजिक महत्व को संक्षिप्त रूप में दिया गया है:
अंगदान के लाभ
- कई जीवन बचाता है: एक अंगदाता अपने दान से कम-से-कम आठ लोगों की जान बचा सकता है और ऊतकदान से लगभग 75 लोगों की ज़िंदगी में बदलाव ला सकता है।
- जीवन की गुणवत्ता बढ़ाता है: प्रत्यारोपण से गंभीर बीमारी या अंग विफलता से पीड़ित लोगों को नया जीवन व बेहतर स्वास्थ्य मिलता है – उदाहरण के लिए, किडनी, हृदय, लीवर, फेफड़े, आंख, आदि का प्रत्यारोपण।
- भावनात्मक और नैतिक संतुष्टि: अंगदाता और उनके परिवार को गहरा मानसिक संतोष व समाज-सेवा की अनुभूति होती है।
- दूसरे परिवारों की मदद: कई बार एक व्यक्ति के अंगदान से कई परिवारों को संकट से उबरने में सहायता मिलती है।
- दान व जागरूकता की संस्कृति को बढ़ावा: जागरूकता अभियान अंगदान के मिथकों को दूर करके समाज में दान की संस्कृति को मजबूत करते हैं।
- चिकित्सा प्रगति को बढ़ावा: अंगदान से चिकित्सीय अनुसंधानों और नई तरीकों को बढ़ावा मिलता है, जिससे दीर्घकालिक स्वास्थ्य सुधार संभव होता है।
अंगदान का सामाजिक और राष्ट्रीय महत्व
- भारत में हर साल हजारों लोग अंगों की कमी के कारण प्रत्यारोपण की प्रतीक्षा सूची में रहते हैं और इनमें से बड़ी संख्या महज उपयुक्त अंग न मिलने के कारण समय पर इलाज नहीं पा पाती।
- समय पर अंगदाता उपलब्ध होने पर बीमारी से जूझ रहे व्यक्ति को जिंदगी का दूसरा मौका मिल सकता है – उदाहरण के लिए, ब्रेन डेड दाताओं से हृदय, फेफड़े, किडनी इत्यादि के प्रत्यारोपण।
अंगदान कौन-कौन से अंगों का किया जा सकता है?
- हृदय
- यकृत (लीवर)
- गुर्दा (किडनी)
- फेफड़े
- अग्न्याशय (पैंक्रियास)
- आंत
- आंखें (कॉर्निया)
- त्वचा
निष्कर्ष
अंगदान एक ऐसा परोपकारी कार्य है जिसका लाभ न सिर्फ़ रोगी या उसके परिवार को मिलता है, बल्कि समाज में दया, जागरूकता और चिकित्सा विज्ञान की तरक्की को भी बढ़ावा देता है। हर व्यक्ति को अंगदाता बनने पर गौर करना चाहिए, ताकि ज़रूरतमंदों की ज़िंदगी बच सके और अंग विफलता से पीड़ित लोगों के जीवन में नया सवेरा आ सके।





