उत्तराखण्ड
जिलाधिकारी विनोद गोस्वामी द्वारा उत्तराखण्ड स्टार्टअप नीति उद्यमिता व नवाचार को बढ़ावा देने के लिए दो दिवसीय बूट कैंप का किया उद्घाटन,,
पिथौरागढ़ जिलाधिकारी विनोद गोस्वामी द्वारा नन्हीं परी सीमान्त इंजीनियरिंग कॉलेज में उत्तराखण्ड स्टार्टअप नीति उद्यमिता व नवाचार को बढ़ावा देने के लिए दो दिवसीय बूट कैंप का उद्घाटन आज दिनांक 14.05. 2025 को किया गया। उन्होने सीमान्त इंजीनियरिंग कॉलेज के छात्रों का उत्साहवर्द्धन करते हुए पिथौरागढ़ की आवश्यकताओं एवं संशाधनों पर नए आइडियाज प्रस्तुत करने वालों को 10 हजार का नकद ईनाम देने के साथ हीं अपने आईडियाज भी शेयर किये तथा उनके द्वारा अधिक से अधिक युवाओं को स्टार्टअप अपनाने के हेतु प्रोत्साहित किया।
कार्यक्रम में मुख्य अतिथि के रूप में जिलाधिकारी, पिथौरागढ़ ने अपने संबोधन में छात्रों और युवा उद्यमियों को स्टार्टअप शुरू करने और उसे सफल बनाने के लिए कई महत्वपूर्ण सुझाव दिए। जिलाधिकारी ने कहा कि उत्तराखण्ड, विशेषकर पिथौरागढ़ जैसे क्षेत्र में प्राकृतिक संसाधनों और स्थानीय ज्ञान की अपार संभावनाएं मौजूद हैं, जिनका उपयोग युवा नवोन्मेषी विचारों के साथ करके सफल स्टार्टअप स्थापित कर सकते हैं। उन्होंने कहा कि कोई भी स्टार्टअप शुरू करने से पहले बाजार की जरूरतों और समस्याओं को समझना अत्यंत आवश्यक है। ऐसा विचार चुनें जो लोगों की वास्तविक समस्याओं का समाधान करे और जिसकी बाजार में मांग हो, अपने विचारों में नवीनता लाएं और लीग से हटकर सोचें। रचनात्मक समाधान ही आपके स्टार्टअप को प्रतिस्पर्धा में अलग पहचान दिला सकते हैं। उन्होंने कहा कि किसी भी स्टार्टअप की सफलता के लिए एक समर्पित और कुशल टीम का होना बहुत जरूरी है इसलिए ऐसे लोगों को साथ जोड़ें जिनके पास अलग-अलग कौशल और अनुभव हों और जो आपके विजन को साझा करते हों , स्टार्टअप की राह में कई चुनौतियां आ सकती हैं इसलिए धैर्य बनाए रखें और अपने लक्ष्य के प्रति दृढ़ रहें तथा अनुभवी उद्यमियों, विशेषज्ञों और मेंटर्स से नियमित रूप से मार्गदर्शन और सलाह लेते रहें। जिला उद्योग केंद्र और जिला प्रशासन इस दिशा में आपकी सहायता हेतु सदैव उपलब्ध है, उन्होंने कहा कि उत्तराखण्ड सरकार की स्टार्टअप नीति युवाओं और स्टार्टअप्स को कई तरह की वित्तीय और तकनीकी सहायता प्रदान करती है। इसलिए सभी से आवाह्न किया की वे सरकार द्वारा चलाई जा रही योजनाओं की जानकारी प्राप्त कर उनका लाभ उठाएं तथा पिथौरागढ़ में उपलब्ध प्राकृतिक और मानव संसाधनों का सदुपयोग करें। स्थानीय उत्पादों और ज्ञान को अपने स्टार्टअप में शामिल करके आप एक अनूठी पहचान बना सकते हैं।
जिलाधिकारी ने कहा कि इस प्रकार के बूट कैंप युवाओं को सही दिशा और प्रेरणा प्रदान करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाते हैं। उन्होंने युवाओं को हर संभव सहायता प्रदान करने का आश्वासन भी दिया।
डॉ दीपक मुरारी संयुक्त निदेशक उद्योग निदेशालय देहरादून द्वारा उत्तराखण्ड स्टार्टअप नीति 2023 की विस्तार पूर्वक जानकारी दी गई तथा उनके द्वारा अवगत कराया गया कि जनपद स्तर पर नवाचारी उद्यमियों की पहचान कर उन्हें इन्क्यूबेशन सपोर्ट, मेंटरिंग सपोर्ट, फण्डिंग सपोर्ट तथा सार्वजनिक उपापन में अवसर प्रदान किये जाने हेतु जिलाधिकारी की अध्यक्षता में गठित जिला नवाचार समिति के माध्यम से प्रत्येक वर्ष उत्तराखण्ड के समस्त जनपदों में स्टार्टअप को बढ़ावा दिये जाने हेतु स्टार्टअप बूट कैंप का आयोजन किया जाता है तथा विशेषज्ञों द्वारा प्रतिभागियों को प्रोवल्म आइडेन्टीफिकेशन, बिजनेश प्लान, पिच प्रसेनटेशन की जानकारी दी जाती है तथा श्रेष्ठ नवाचारी विचारों का चयन कर राज्य पर आईडिया ग्राण्ड चेलेन्ज आयोजित किया जाता जिसमें रू0 2.00 लाख का पुरस्कार प्रदान किया जाता है साथ ही उनके द्वारा अवगत कराया गया कि नन्हीं परी सीमान्त इंजीनियरिंग कॉलेज पिथौरागढ़ को इन्क्यूबेसन सेंटर स्थापित किये जाने हेतु चयनित किया गया है । सीमान्त इंजीनियरिंग कालेज के डायरेक्टर डॉ० अजीत कुमार द्वारा छात्रों को पूर्ण मनोयोग से बूट केम्प में प्रतिभाग करने हेतु प्रोत्साहित किया गया तथा बूट केम्प आई०आई०एम० काशीपुर के विशेषज्ञ प्रो० उत्कर्ष एवं श्री संजय पाल, प्रबन्धक द्वारा आई०आई०एम० काशीपुर द्वारा स्टार्टअप में चयनित नवाचारों को दिये जा रहे सहयोग के सम्बन्ध में अवगत कराया गया तथा कविता भगत, महाप्रबन्धक उद्योग द्वारा सभी अतिथितियों एवं प्रतिभागियों का स्वागत करते हुए उद्यमिता एवं नवाचार प्रकाश डाला गया। पिथौरागढ़ औद्योगिक संगठन के अध्यक्ष राम सिंह द्वारा पिथौरागढ़ में स्टार्टअप की सम्भावानाओं पर प्रकाश डाला गया।
बूट कैम्प में सीमान्त इंजीनियरिंग कालेज के डायरेक्टर अजीत कुमार, पंकज तिवारी, प्रबन्धक, जिला उद्योग केंद्र, पिथौरागढ़, लीड बैंक अधिकारी एन०आर० जौहरी, आदि उपस्थित थे।
