उत्तराखण्ड
मौसम और पर्यावरण में अत्यधिक बदलाव कई प्रकार की हेल्थ प्रॉब्लम्स को बढ़ा सकता है,,डॉ अनुराधा ह्यांकी
डॉ भगीरथी जोशी मुख्य चिकित्सा अधिकारी नैनीताल के निर्देश पर कम्युनिटी हेल्थ ऑफिसर का एक दिवसीय क्लाइमेट चेंज पर सुशीला तिवारी हॉस्पिटल के सभगार पर डॉ अनुराधा ह्यांकी, नंदन कांडपाल द्वारा प्रक्षिक्षण दिया ।
डॉ अनुराधा ह्यांकी द्वारा कहा गया क्लाइमेट चेंज मानव स्वास्थ्य को कई तरह से प्रभावित करता है. मौसम और पर्यावरण में अत्यधिक बदलाव कई प्रकार की हेल्थ प्रॉब्लम्स को बढ़ा सकता है. पिछले कुछ सालों में बेमौसम बारिश, अधिक सर्दी या गर्मी जैसी स्थितियों का सामना करना पड़ रहा है. ग्लोबल वार्मिंग क्लाइमेट चेंज की मुख्य वजह हो सकती है जिसपर काबू पाना बेहद जरूरी है. माना जा रहा है कि क्लाइमेट चेंज से यूथ को कई समस्याओं का सामना करना पड़ सकता है. इससे अस्थमा, स्किन एलर्जी और लंग्स प्रॉब्लम को बढ़ावा मिलेगा.
नंदन कांडपाल एपीडोमोलॉजिस्ट द्वारा कहा गया ग्लोबल वार्मिंग के कारण स्वास्थ्य समस्याओं में जबरदस्त बढ़ोतरी हुई है। हवा में प्रदूषण के बढ़ते स्तर से साँस लेने की समस्याएं और फेफड़े के संक्रमण जैसी बीमारियाँ पनप रही है। इससे अस्थमा के रोगियों के लिए समस्या पैदा हो गई है। तेज़ गर्म हवाएं और बाढ़ भी स्वास्थ्य संबंधी समस्याओं में इज़ाफे का एक कारण है। बाढ़ के कारण अलग-अलग क्षेत्रों में जमा हुए पानी मच्छरों, मक्खियों और अन्य कीड़ों के लिए आदर्श प्रजनन स्थल है और इनके कारण होने वाले संक्रमणों से हम अच्छी तरह परिचित है।
डॉ अनुराधा ह्यांकी द्वारा सभी कम्युनिटी हेल्थ ऑफिसर से कहा गया कि वे अपने अपने क्षेत्र मे जाकर क्लाइमेट चेंज के बारे मे अधिक से अधिक लोगो को जानकारी उपलब्ध कराये इसके दुष्परिणामो के बारे मे लोगो को बताये ,अपने आस पास किसी भी तरह की गंदगी न फैलने दे अधिक से अधिक सख्या मैं पेड़ लगाये, जब बहुत आवश्यक हो तभी गाड़ी का इस्तेमाल करे, पब्लिक ट्रासपोर्ट पर सफर को वरीयता दे जिससे गाडीयो के धुवे से होने वाले वायु प्रदूषण को कम किया जा सके ।