उत्तराखण्ड
नगर निगम सभागार मैं तम्बाकू वेंडर लाइसेंसिंग के लिये कार्यशाला का आयोजन,,
हलद्वानी नगर निगम हलद्वनी के सभागार मैं तम्बाकू वेंडर लाइसेंसिंग के लिये कार्यशाला का आयोजन किया गया जिसमे डॉ भगीरथी जोशी, मुख्य चिकित्सा अधिकारी, श्री पंकज उपाध्याय, नगर आयुक्तत , डॉ तरुण कुमार टम्टा , अपर मुख्य चिकित्साधिकारी , डॉ मनोज कांडपाल , नगर स्वास्थ्य अधिकारी, सुनीता भट्ट, ड़ी0सी0 एन0टी0सी0पी0 द्वारा दीप प्रज्वलित किया गया।
मुख्य चिकित्सा अधिकारी द्वारा कार्यशाला मैं उपस्थित लोगों को तम्बाकू से होने वाली बीमारियो और इन बीमारियो से होने वाली मौतों के बारे मै बताया गया व अपील की गई कि तंबाकू का सेवन का इस्तेमाल न करे इससे सिर्फ इस्तेमाल करने वाला ही नही उसका पूरा परिवार प्रभवित होता है।
श्री पंकज उपाध्याय, नगर आयुक्तत द्वारा जानकारी दी गई कि तम्बाकू वेंडर लाइसेंसिंग के लिये बहुत जल्द कार्य किया जाएगा जिसके तहत इसमे पंजीकृत दुकानों पर ही तंबाकू उत्पादों की बिक्री हो सकेगी अन्य किसी भी दुकान पर तंबाकू उत्पातो की बिक्री नही की जा सकेगी। उनके द्वारा कहा गया शेक्षणिक संस्थानों के 100 गज की परिधि मैं कोई भी तंबाकू उत्पाद की दुकान संचालित नही की जाएगी अगर 100 गज के अंदर कोई तम्बाकू बिक्री की दुकान पाई जाती है उस पर कोटपा एक्ट के तहत कार्यवाही की जाएगी।
बाला जी सेवा संस्थान देहरादून आये अवदेष कुमार द्वारा कहा गया कि उनका संस्थान 10 वर्षो से राष्ट्रीय स्वास्थ्य मिशन के तहत उतखण्ड को तंबाकू मुक्त कराने की मोहिम पर कार्य कर रहा है उनके द्वारा कहा गया कि भारत मे प्रतिवर्ष 13 लाख लोगों की मौत तम्बाकू इस्तेमाल से होने वाली बीमारियो से होती है , उनके द्वारा कहा गया तंबाकू छोड़ने के लिये दृढ़ निश्चय होना, तम्बाकू छोड़ने की तारीख निश्चय करना और इसका पालन करना, तंबाकू उत्पाद, लाइटर, माचिस और ऐश ट्रे को नष्ठ करना, अपने परिवार मे कहै की वे आपको प्रोत्सहित करके आपकी मदद करे । ऐसी परिस्थितयों का पता लगाये जो आपसे धूम्रपान करने की इच्छा जगाती है और उनसे बचे उदहारण के लिये बीड़ी की दुकान या धूमपान करने वाले/तंबाकू सेवन करने वाले लोगो को देखकर प्रभावित होना इत्यादि और छोड़ने का स्कल्प ले ।
डॉ तरुण कुमार टम्टा, अपर मुख्य चिकित्सा अधिकारी द्वारा कहा गया कि विश्व मे तंबाकू का सेवन करने से प्रति वर्ष 70 लाख लोगों की मौत हो जाती है जिसमे 9 लाख लोग वो है जो दूसरे प्रकार के( सेकेण्ड हैंड स्मोक ) धूम्रपान का शिकार होते है । गर्भवती महिलाये जो गर्भावस्था के दौरान धूम्रपान करती है या धूम्रपान करने वालो के सम्पर्क मैं आती है उन महिलाओं के गर्भस्थ बच्चे मे भी धुंए के विषैले तत्व पाये गये है ।
कार्यक्रम का संचालन हरेंद्र कठायत द्वारा किया गया इस मौके पर दिवान बिष्ट, मनोज बाबू, सतीश सती, व नगर निगम के अधिकारी कर्मचारी उपस्थित रहे ।
चिकित्सा स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण विभाग जनपद नैनीताल
नगर निगम हलद्वनी मैं तम्बाकू वेंडर लाइसेंसिंग के लिये आयेजित कार्यशाला का विधिवत दीप प्रज्वलित कर कार्यक्रम का शुभारंभ करती डॉ भागीरथी जोशी , मुख्य चिकित्सा अधिकारी नैनीताल