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उत्तराखण्ड

विधायक बने तो विधानसभा क्षेत्र की जनता को निराश नहीं होना पड़ेगा : जंगी


• वरिष्ठ ‘माले’ नेता बहादुर सिंह जंगी ने लालकुआं विधानसभा क्षेत्र से नामांकन दाखिल किया
• विधायक बने तो विधानसभा क्षेत्र की जनता को निराश नहीं होना पड़ेगा :

लालकुंआ विधानसभा क्षेत्र से वामपंथी दलों द्वारा समर्थित भाकपा (माले) उम्मीदवार बहादुर सिंह जंगी ने नामांकन के पहले दिन अपना नामांकन पत्र दाखिल किया।

इस अवसर पर माले राज्य सचिव राजा बहुगुणा ने कहा कि, “आज उत्तराखण्ड राज्य की जरूरत है कि भाजपा को हराना और विधानसभा में वाम विपक्ष का निर्माण करना। क्योंकि भाजपा की डबल इंजन सरकार ने देश की जो दुर्गत की है उससे उत्तराखंड अछूता नहीं है। दोनों मोर्चों पर असफल भाजपा को सबक सिखाया जाना इस चुनाव में प्रदेश की जनता का पहला कार्यभार बन गया है। उत्तराखंड राज्य बनने के बाद पिछले 21 सालों में भाजपा- कांग्रेस की सरकारों ने लूट-खसोट की राजनीति को ही आगे बढ़ाया है।लेकिन पिछले पांच वर्षों में सीधे मोदीजी के संरक्षण में चलने वाली व तीन-तीन मुख्यमंत्री बदलने वाली भाजपा की राज्य सरकार ने लूट-खसोट की राजनीति के सारे रिकॉर्ड तोड़ दिए हैं। पांच साल पहले किए गए वायदे पूरे नहीं हुए और नई चुनावी घोषणाएं कर दी गई हैं। यह आम जन के साथ एक भद्दा मज़ाक नहीं तो और क्या है?”

उन्होंने कहा कि, “2022 के विधानसभा चुनाव हेतु संयुक्त वामपंथ का नारा है- ‘भाजपा को हराओ,वाम विपक्ष का निर्माण करो’। क्योंकि जबसे राज्य बना है एक कारगर विपक्ष की आवाज विधानसभा में हमेशा से नदारद है।इसलिए राज्य विधानसभा के अंदर उत्तराखंड के शोषित उत्पीड़ित हिस्सों व मेहनतकश जन समुदाय के जन अधिकारों की आवाज विधानसभा में पहुँचना जरूरी है। इसीलिए लालकुंआ विधानसभा सीट से भाकपा (माले) ने लगातार जनसंघर्षों के दम पर जनता के अधिकारों के लिए लड़ने वाले कामरेड बहादुर सिंह जंगी को अपना उम्मीदवार घोषित किया है। संयुक्त वाम के उम्मीदवार भाकपा(माले) के वरिष्ठ क्रांतिकारी किसान नेता व पूर्व सैनिक कामरेड बहादुर सिंह जंगी को चुनकर विधानसभा भेजने से वर्षों से हल नहीं हुई समस्याओं का समाधान होगा।”

कामरेड बहादुर सिंह जंगी ने नामांकन दाखिल करने के बाद लालकुआं विधानसभा क्षेत्र के मतदाताओं के सामने अपनी प्राथमिकताएं स्पष्ट करते हुए कहा कि, “अगर जनता ने विधायक बनाया तो लालकुआं विधानसभा क्षेत्र की जनता को निराश नहीं होना पड़ेगा। उन्होंने विधानसभा क्षेत्र की निम्न समस्याओं को प्राथमिकता से हल करने का वायदा करते हुए अपनी प्राथमिकताएं स्पष्ट कीं।”
उन्होंने निम्न समस्याओं के लिए संघर्ष का वायदा किया-
1- बिंदुखत्ता व तमाम खत्ता वासियों के लोकतांत्रिक अधिकारों के लिए, राजस्व गांव के लिए तथा सभी वंचितों के भूमिधरी के अधिकार व लालकुआं के निवासियों को निःशुल्क मालिकाना हक के लिए!
2- बागजाला, आमखेड़ा, किशनपुर, सुल्ताननगरी आदि गौलापार के गांवों को फिर से पंचायत चुनाव के दायरे में लाने, जमीन के मालिकाना हक के लिए तथा इन गांवों में विधायक निधि-सांसद निधि से विकास कार्य कराने के लिए!
3- पूरी लालकुआं विधानसभा के कच्ची जमीन पर बसे गाँवों के जमीन के मालिकाना हक के लिए!
4-लालकुआं, बिन्दुखत्ता, मोटाहल्दू, गौलापार, चोरगलिया के प्राथमिक-अति प्राथमिक अस्पतालों का उच्चीकरण करके 100-100 बेड के आधुनिक चिकित्सा सुविधाओं से लैस अस्पताल बनाने के लिए!
5-शराब व रेता बजरी माफिया के विरूद्ध तथा रेता,बजरी के खनन में रॉयल्टी के दोहरे मापदंड समाप्त कराने के लिए ताकि अपने भरण पोषण व आजीविका के लिए लगे बेरोजगारों को न्याय मिल सके और स्टोन क्रशर मालिकों द्वारा किये जा रहे शोषण पर रोक लगे!
6- खनन कार्य में लगे मजदूरों की रहन-सहन, सुरक्षा उपकरणों की बेहतर व्यवस्था के लिए!
7-बिंदुखत्ता क्षेत्र में बिजली हेतु आम जन को खुद ही पोल व तार की व्यवस्था करवाने वाली विसंगति को समाप्त कर सरकार द्वारा सभी व्यवस्था करने हेतु !
8- गौला नदी किनारे तटबंध की पुख्ता व्यवस्था करवाने व भू-कटाव पर मुआवजे के लिए !
9 -सेंचुरी पल्प एंड पेपर मिल द्वारा फैलाए जा रहे प्रदूषण के विरूद्ध और आन्दोलन के दम पर गठित करवाई गई गौतम समिति की सिफारिशों को लागू करवाने और क्षेत्र में तमाम गम्भीर बीमारियों की जड़ सेंचुरी मिल के गंदे पानी को अंडरग्राउंड कराने के लिए!
10-किसानों को उनकी फसल का लाभकारी मूल्य दिलाने के लिए!
11- विधानसभा क्षेत्र के किसानों को आवारा पशुओं से निजात दिलाने के लिए!
12- सिडकुल में कार्यरत मजदूरों,उपनल कर्मियों,आशा, आंगनबाड़ी,भोजनमाताओं व सभी कामगारों को 21000 रूपया न्यूनतम मासिक वेतन की गारंटी के लिए!
13- आशा, आंगनबाड़ी व भोजनमाताओं को सरकारी कर्मचारी का दर्जा और पक्की नौकरी के लिए!
14- किसानों को एमएसपी पर फसल खरीद की गारंटी के लिए कानून बनवाने के लिए!
15- बेरोजगार युवक-युवतियों को रोजगार के लिए, रिक्त पड़े सभी सरकारी पदों को तत्काल भरवाने के लिए, लंबित पड़ी प्रतियोगी परीक्षाओं और भर्तियों को तत्काल करवाने के लिए!
16- स्थानीय युवक-युवतियों को सिडकुल, सेंचुरी मिल समेत प्रदेश के कारखानों, कम्पनियों में रोजगार की गारंटी के लिए!
17- दुग्ध उत्पादकों का शोषण बंद करो। दूध उत्पादकों के दूध का उचित मूल्य प्रदान करने के लिए!
18- वनखत्तों के निवासियों को मूलभूत योजनाओं को लाभ दिलाने के लिए!
19- विधायक निधि से गरीब व जरूरतमंद लोगों को प्राथमिकता में लाभ दिलाने के लिए!
20- सालों से बदहाल राज्य, जिला व अन्य संपर्क सड़कों का उच्च गुणवत्तापूर्ण निर्माण के लिए!

कामरेड जंगी के नामांकन में वरिष्ठ नेता भुवन जोशी, विमला पाल, ललित मटियाली, पुष्कर दुबड़िया, गोपाल गड़िया, हरीश भण्डारी, निर्मला शाही, स्वरूप सिंह दानू, ललित जोशी, प्रमोद कुमार प्रस्तावक बने और इस अवसर पर किसान महासभा के प्रदेश अध्यक्ष आनन्द सिंह नेगी, डॉ कैलाश, गोविंद जीना, बिशन दत्त जोशी, किशन बघरी, राजेन्द्र शाह, चंदन राम, रामकरन पासवान आदि माले नेता शामिल रहे।

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