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उत्तराखण्ड

जिलाधिकारी धीराज सिंह गर्ब्याल द्वारा नशा मुक्ति अभियान हेतु टीमों का किया गठन ,

हल्द्वानी ,
जनपद में नशा मुक्ति अभियान हेतु जिलाधिकारी धीराज सिंह गर्ब्याल द्वारा टीमों का गठन किया गया है।
जिलाधिकारी ने अपने संदेश में कहा है कि नशा जीवन की बर्बादी का सबसे बड़ा माध्यम है। लोगो में शिक्षा का अभाव होने के कारण लोग अपनी भलाई को नहीं समझ पा रहे है। इसलिए इस समय हमें नशा मुक्ति योजना के माध्यम से सभी को नशे से होने वाले नुकसान से अवगत करवा कर नशा छुडवाने का प्रयास करना चाहिए। इसके लिए जनपद स्तर पर नशा मुक्ति अभियान की टीमों का गठन कर दिया गया है।
जिलाधिकारी के निर्देशन में शनिवार को राजकीय बालिका इन्टर कालेज कालाढूगी रोड हल्द्वानी में सिटी मजिस्ट्रेट श्रीमती ऋचा सिंह एवं प्रोबेशन अधिकारी व्योमा जैन तथा सूचना विभाग की टीम द्वारा बच्चों को नशे के खिलाफ तथा पॉलीथिन उन्मूलन के संबंध में जनजागरूक कार्यक्रम चलाया। इसके साथ ही सूचना एवं लोक सम्पर्क विभाग की टीम द्वारा स्कूली बच्चों को नशे के खिलाफ बच्चों को नुक्कड नाटक के माध्यम से स्कूली बच्चों को नशेे से होने वाले नुकसान के बारे में बताया गया।
कार्यक्रम मंे सिटी मजिस्टेट ऋचा सिंह ने कहा कि मनुष्य अपने जीवन को सम्पूर्ण बनाने व व्यवस्थिति ढंग से रहने के लिये हर सम्भव प्रयास करता हैं एक सम्पूर्ण मानव में संस्कार, नैतिकता, आदर-सम्मान, जैसे कई गुण विराजमान होते हैं, वो अपने जीवन को सफल बनाने के लिये उच्च शिक्षा ग्रहण करता हैं ताकि उन्हें समझ आ सके हमारे लिये क्या सही है और क्या गलत, जिससे वो अपने शारीरिक व मानसिक विकास को बढा सकें और, सम्पूर्ण जीवन का आनंद ले सकें। उन्होंने कहा सही शिक्षा न मिलने के कारण वो कम उम्र में ही नशा जैसे अन्य शारीरिक दुषप्रभाव के शिकार हो जाते हैं और उन्हें उसकी लत लग जाती है। उन्होंने कहा नशा स्वस्थ के लिये हानिकारक होता है यह हमारे शरीर को धीरे-धीरे करके खत्म करता है यह कैंसर जैसी गम्भीर बीमारियों का एक मुख्य कारण हैं इसके सेवन से हमारे शरीर में कई प्रकार की बीमारियाँ अपना घर बना लेती है, जो धीरे-धीरे करके पूरे शरीर को नष्ट कर देती है। उन्होंने कहा कि बच्चों को अपने अधिकारों के प्रति जागरूक रहते हुए ऐसे अपराधों को ससमय पुलिस को सूचित करना होगा तभी हम नशे से होने वाले अपराधों को समाप्त कर सकते हैं।
कार्यक्रम में प्रोबेशन अधिकारी व्योमा जैन बताया कि गुड टच बैड टच तथा पॉक्सो एक्ट के संबंध में जानकारी दी गई। उन्होंने कहा नशा करने वाले मनुष्य की आयु घटती है, इसके सेवन से दांत, आंख, मुह, व फेफडों पर बुरा असर पडता है, क्योंकि तम्बाकू जैसे नशा का सेवन मुह के द्वारा किया जाता है इसलिये ये पहले मुह को प्रभावित करता है, जहाँ मुह के कैंसर, दांत गिर जाना जैसी गम्भीर बीमारियाँ पहले उत्पन्न होती है। तम्बाकू में पाये जाने वाला निकोटिन ब्लड प्रेशर को भी बढाता है, जिसके कारण सांस लेने में दिक्कत, चक्कर आना, कमजोरी महसूस होना, जैसी बीमारियाँ उत्पन्न होती है। अर्थात नशा हमारे लिये पूर्ण रुप से विनाशकारी है साथ ही सभी बच्चों को जागरूक रहते हुए समस्त हेल्पलाइन के सम्बंध में भी जानकारी दी गई।
प्रधानाचार्या देवकी आर्या ने अपने सम्बोधन में समाज को नशा से बचाने का मुख्य उपाय यह है की उन्हें नशा से होने वाली बीमारियों के बारे मे अवगत कराया जायें, उन्हें बताया जाय की नशा से आप के सेहत पर बुरा असर पडता है, साथ ही पर्यावरण, आप से जुडे लोगो पर, तथा आप के आने वाली पीढी पर भी इसका बुरा डालता हैं।

कार्यक्रम में आउटरीच वर्कर सुरेंद्र प्रसाद, संरक्षण अधिकारी प्रकाश कांडपाल, तथा स्कूल के अध्यापक के साथ ही स्कूली बच्चे उपस्थित थे

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