उत्तराखण्ड
मुख्य चिकित्सा अधिकारी नैनीताल द्वारा संयुक्त रुप से उपस्थित छात्रों व स्टाफ को तंबाकू छोड़ने हेतु शपथ दिलाई गई
दिनाँक 1 मई से 31 मई तक चलाए गए तंबाकू निषेध माह के समापन कार्यक्रम व तंबाकू निषेध दिवस के उपलक्ष पर शहीद मेजर राजेश अधिकारी राजकीय इंटर कॉलेज नैनीताल पर जागरूकता कार्यक्रम का आयोजन किया गया।
माननीय विधायक नैनीताल श्रीमती सरिता आर्या सरिता आर्या , डॉक्टर भागीरथी जोशी मुख्य चिकित्सा अधिकारी नैनीताल द्वारा संयुक्त रुप से उपस्थित छात्रों व स्टाफ को तंबाकू छोड़ने हेतु शपथ दिलाई गई नर्सिंग कॉलेज के छात्रों द्वारा तल्लीताल बस स्टेशन से राजकीय इंटर कॉलेज नैनीताल तक रैली के माध्यम से तंबाकू के दुष्प्रभाव के बारे में जागरूकता फैलाई गई ।
माननीय विधायक सरिता आर्या जी द्वारा अपने संबोधन में कहा पूरी दुनिया में हर साल 31 मई को विश्व तंबाकू निषेध दिवस मनाया जाता है. इस दिन का मकसद तंबाकू के उपयोग से जुड़े खतरे को उजागर करना है. विश्व स्वास्थ्य संगठन (WHO) तंबाकू के सेवन से स्वास्थ्य जोखिमों के प्रति लोगों को जागरुक करने के लिए हर साल विश्व तंबाकू निषेध दिवस को बढ़ावा देता है और सरकारों को ऐसी नीतियों को लागू करने के लिए प्रोत्साहित करता है जो धूम्रपान और अन्य तंबाकू उत्पादों के उपयोग को कम करने में मदद करती हैं.
WHO के मुताबिक, तंबाकू के सेवन से दुनियाभर में हर साल 80 लाख से ज्यादा लोग मरते हैं. किसी भी तरह के तंबाकू का सेवन करने से फेफड़ों की क्षमता कम हो जाती है और सांस की बीमारियों की गंभीरता बढ़ जाती है. तंबाकू का सेवन स्वास्थ्य के लिए हानिकारक है।
मुख्य चिकित्सा अधिकारी द्वारा बताया गया कि तंबाकू सेवन से कैंसर, स्ट्रोक, और डायबिटीज जैसी बीमारियां हो सकती हैं. विश्व तंबाकू निषेध दिवस पर लोगों को तंबाकू के बुरे प्रभावों के बारे में शिक्षित करने के लिए कई अभियान, कार्यक्रम और गतिविधियां आयोजित की जाती हैं। मुख्य चिकित्सा अधिकारी द्वारा बताया गया कि आओ गाँव चले, उतखण्ड को तंबाकू से मुक्त करे अभियान जो एक महीना चलाया गया इसके तहत जनपद के 28 पंचायतों को तंबाकू मुक्त करने मे सफलता प्राप्त की गई।
डॉ तरुण कुमार टम्टा नोडल अधिकारी तंबाकू नियंत्रण कार्यक्रम द्वारा बताया गया कि तंबाकू निषेध माह के अंतर्गत पुलिस विभाग के साथ मिलकर लगभग 1100 लोगो का कोटपा एक्ट 2003 के तहत चालान कर लगभग 65000 का राजस्व एकत्रित किया गया।
वही जनपद नैनीताल के समस्त विकासखंडों मैं लगभग 5200 लोगों व विद्यार्थियों की काउंसलिंग की गईं।