उत्तराखण्ड
तंबाकू नियंत्रण की कार्यशाला का आयोजन
हलद्वनी मुख्य चिकित्सा अधिकारी के निर्देश पर उद्योग विभाग भवन हल्द्वानी पर तंबाकू नियंत्रण की कार्यशाला का आयोजन किया गया जिसमें परिवहन विभाग के चालक /परिचालक/ कर्मचारी, उद्योग विभाग से उद्योग स्वामी द्वारा प्रतिभा किया गया ।
कार्यक्रम में मुख्य अतिथि के रूप में रमेश बैंजोला, हिमालय चेंबर के अध्यक्ष , सुनील कुमार महाप्रबंधक उद्योग विभाग और अजीत सिंह बालाजी सेवा संस्थान देहरादून द्वारा भाग लिया गया ।
डॉ मेघना परवाल द्वारा तंबाकू के दुष्परिणाम के संबंध में जानकारी दी गई व उसको छोड़ने के लिए कुछ सुझाव प्रतिभागियों को दिए गए।
डॉ नवीन तिवारी एनएचएम द्वारा बताया गया कि विश्व में तंबाकू का सेवन करने से प्रतिवर्ष 70 लाख लोगों की मृत्यु होती है जिनमें नौ लाख लोग वह है जो दूसरे प्रकार के सेकंड हैंड स्मोक का शिकार होते हैं। गर्भवती महिलाएं जो गर्भावस्था के दौरान धूमपान करती है या धर्मपान करने वालों के संपर्क में आती है उन महिलाओं के गर्भस्थ बच्चों में भी धुएं के विषैला तत्व पाए गए है।
डॉ मनीष पॉल द्वारा बताया गया धूम्रपान करने से धमनियां कमजोर होने लगती हैं और कोरोनरी हार्ट डिजीज और स्ट्रोक हो सकता है। कुछ अध्ययनों में पिछले कुछ वर्षों में वैश्विक स्तर पर बढ़े हार्ट अटैक के लिए धूम्रपान को भी एक संभावित कारक बताया गया है। इसके अलावा तम्बाकू का उपयोग से कैंसर या फेफड़े की बीमारी भी हो सकती है।
मदन मेहरा जिला कार्यक्रम प्रबंधक द्वारा कहा गया की तंबाकू छोड़ने के लिए दृढ़ निश्चय होना, धूम्रपान छोड़ने की तारीख निश्चित करना, और इसका पालन करना तंबाकू उत्पाद लाइटर माचिस और स्ट्र को नष्ट करना, अपने परिवार में कहे की आप धूम्रपान छोड़ सकते हैं।कार्यक्रम का संचालन हरेन्द्र कठायत व सुनीता भट्ट द्वारा किया गया,, चिकित्सा स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण विभाग जनपद नैनीताल