उत्तराखण्ड
जिलाधिकारी अनुराधा पाल ने 50 बच्चों के पठन-पाठन हेतु फेब्रीकेटेड हॉल, प्रतियोगी पुस्तकें व उचित विद्युत व्यवस्था करने के निर्देश दिए।,,
बागेश्वर
बच्चों की शिक्षा के प्रति संजीदा जिलाधिकारी अनुराधा पाल ने राजकीय जिला पुस्तकालय, बागेश्वर का निरीक्षण कर पुस्तकालय के ऊपर 50 बच्चों के पठन-पाठन हेतु फेब्रीकेटेड हॉल, प्रतियोगी पुस्तकें व उचित विद्युत व्यवस्था करने के निर्देश दिए।
जिलाधिकारी श्रीमती पाल ने कहा कि युवा देश का भविष्य है, शिक्षित युवाओं से ही स्वस्थ व शिक्षित समाज का निर्माण होता है, इसलिए युवाओं के पठन-पाठन में शिक्षाप्रद, रूचिकर पुस्तकों के साथ ही प्रतियोगी परीक्षा पुस्तकें पुस्कालय में होनी चाहिए, तथा प्रकाश व्यवस्था भी अच्छी होनी चाहिए, ताकि युवा विभिन्न प्रतियोगी परीक्षाओं में पुस्तकालय का लाभ उठाकर सफलता प्राप्त कर सकें। उन्होंने पुस्तकालय का निरीक्षण कर 50 बच्चों के और बैठने की व्यवस्था हेतु फेब्रीकेटेड हॉल का आंगणन प्रस्ताव बनाने के निर्देश अधि0अभि0 ग्रामीण निर्माण विभाग को दिए।
पुस्तकालयाध्यक्ष भुबन चन्द्र जोशी ने बताया कि लाइब्रेरी के दोनों मंजिलों में 50-50 बच्चों के बैठने की व्यवस्था है। बच्चों के पठन-पाठन हेतु प्रतियोगी परीक्षाओं के साथ ही विभिन्न विषयों की पुस्तकें उपलब्ध है। बच्चों द्वारा कुछ नए पुस्तकों की सूची भी उपलब्ध करायी है, जिन्हें मंगवाया जाना है। उन्होंने बताया कि पुस्तकालय में आजीवन सदस्यता शुल्क दो सौ रखा गया है। पुस्तकालय प्रात: 10 बजे से सांय 05 बजे तक खुलती है तथा पुस्तकालय में सात दैनिक सामाचार पत्र भी लगवाए गए है। जिलाधिकारी ने बच्चों द्वारा दी गयी पुस्तकों की सूची उपलब्ध कराने के निर्देश देते हुए पुस्तकालय में विभिन्न ज्ञानवर्द्धक नक्शे व चार्ट लगाने के निर्देश भी दिए। उन्होंने निरीक्षण के दौरान लाइब्रेरी की सुरक्षा दीवार की उचित सफाई व्यवस्था कराने के निर्देश भी मौके पर दिए।
निरीक्षण के दौरान अधि0अभि0 ग्रामीण निर्माण विभाग रमेश चन्द्रा, सहायक अभियंता सुनील दत्ताल मौजूद थे।