उत्तराखण्ड
सुशासन सप्ताह के अन्तर्गत जिला स्तरीय कार्यशाला का आयोजन,,
बागेश्वर ,
जिला सभागार में सुशासन सप्ताह के अन्तर्गत जिला स्तरीय कार्यशाला का आयोजन अध्यक्ष जिला पंचायत बसंती देव व जिलाधिकारी अनुराधा पाल की अध्यक्षता में किया गया, जिसमें अभिनव पहल के साथ ही विजन 2047 तक जनपद को विभिन्न क्षेत्रों में विकसित किये जाने पर चर्चा की गयी। जिलाधिकारी श्रीमती पाल ने कहा कि कृषि, बागवानी, औद्यानिकरण, मत्स्यपालन के साथ ही कृषि एलार्इड सेक्टर में जनपद को विकसित करने हेतु अभिनव पहल करने के प्रयास किये जायेंगे। उन्होंने कृषि विभाग को विजन 2047 को सामने रखकर चेकबंदी कराने, बंजर भूमि विकसित करने, कृषि यंत्रिकरण करने, जड़ी-बूटी विकसित करने के साथ ही उद्यान विभाग को वन डिस्ट्रिक-वन क्राफ के तहत कीवी क्षेत्र को विकसित कर उत्पादन बढ़ाने हेतु भौगोलिक क्षेत्र व मौसम को देखते हुए वृहत कलस्टर तैयार करने के निर्देश दिये, साथ ही जनपद में उत्पादित उत्पादों की ग्रेडिंग, ब्रांडिंग, पैकेजिंग के साथ ही मार्केटिंग का रोड मैप तैयार करने के निर्देश भी दिये।
जिलाधिकारी ने कहा कि जनपद में ट्राउड मछली उत्पादन की अपार संभावना है, साथ ही सेब उत्पादन, पालीहाउस लगाकर बेमौसमी सब्जी उत्पादन कर कृषकों की आय में बढोत्तरी की जा सकती है। उन्होंने कहा कि जनपद में बकरी पालन की भी सम्भावना है। उन्होंने मुख्य पशु चिकित्साधिकारी को जनपद में गोट वैली (बकरी पालन घाटी) विकसित करने के निर्देश दिये। उन्होंने सिंचार्इ विभाग को बागेश्वर शहर का ड्रेनेज प्लान प्राथमिकता से बनाने के साथ ही गरूड़ व कपकोट का भी ड्रेनेज प्लान बनाने के निर्देश दिये। उन्होंने सिंचार्इ विभाग को निर्देश दिये कि भविष्य में सिंचार्इ गूल के बजाय एचडी पार्इप आधारित सिंचार्इ व्यवस्था की जाय।
जिलाधिकारी ने कहा कि जनपद में स्वास्थ्य सुविधाओं को और विकसित किया जायेगा। उन्होंने सभी चिकित्सालयों में बार्इक एम्बुलेंस व्यवस्था किये जाने पर बल दिया ताकि जहॉ चौपहिया एम्बुलेंस वाहन न जा सके वहॉ पर आसानी से बार्इक एम्बुलेंस की सुविधा मरीजों को मिल सके। उन्होंने कहा कि जनपद में महिलाओं को आर्थिक रूप से सशक्त किया जायेगा, इस हेतु आजीविका योजना के अन्तर्गत गठित महिला समूहों को सक्रीय किया जायेगा ताकि वे आर्थिक रूप से आत्मनिर्भर हो सके। जिला स्तरीय कार्यशाला में लार्इन विभाग के अधिकारियों द्वारा भी अपने-अपने विभागीय विजन रखा गया।
सुशासन सप्ताह के अन्तर्गत 24 दिसम्बर शनिवार को गॉवों में अधिकारियों द्वारा चौपाल लगाकर जन समस्यायें सुनी जायेंगी व सरकार द्वारा संचालित जनकल्याणकारी योजनाओं की जानकारियॉ दी जायेंगी। जबकि 25 दिसम्बर रविवार को सुशासन दिवस के अवसर पर जिलाधिकारी की अध्यक्षता में विकास खण्ड सभागार बागेश्वर में व मुख्य विकास अधिकारी की अध्यक्षता में विकास खण्ड कपकोट सभागार में जन समस्या निवारण चौपाल लगायी जायेगी। चौपाल में जन समस्याओं के निराकरण के साथ ही विभिन्न विभागों द्वारा संचालित जन कल्याणकारी योजनाओं की विस्तृत जानकारियॉ भी दी जायेंगी। जिलाधिकारी ने कहा कि 25 दिसम्बर को चौपाल हेतु सभी अधिकारी एक साथ 02 बसों द्वारा विकास खण्ड कपकोट व बागेश्वर को प्रस्थान करेंगे। जिलाधिकारी ने बताया कि 25 दिसम्बर को बागेश्वर एवं कपकोट सभागार में जन समस्या निराकरण चौपाल लगायी जा रही है इसलिए 26 दिसम्बर सोमवार को जिला कार्यालय सभागार में जनता दरबार नहीं लगाया जायेगा।
जिला स्तरीय कार्यशाला में मुख्य विकास अधिकारी संजय सिंह, जिला विकास अधिकारी संगीता आर्या, मुख्य कृषि अधिकारी एसएस वर्मा, मुख्य पशु चिकित्साधिकारी डॉ0 आर चन्द्रा, मुख्य शिक्षा अधिकारी जीएस सौन, जिला उद्यान अधिकारी आर.के. सिंह, महाप्रबन्धक उद्योग जीपी दुर्गापाल, जिला अर्थ एवं संख्याधिकारी दिनेश रावत, सीओ एसएस वर्मा, जिला पर्यटन अधिकारी कीर्ति आर्य, जिला कार्यक्रम अधिकारी अनुलेखा बिष्ट सहित समस्त विभागीय अधिकारी मौजूद थे।
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