उत्तराखण्ड
जिलाधिकारी युगल किशोर पन्त ने जिला कार्यालय सभागर में स्वास्थ्य विभाग द्वारा संचालित विभिन्न कार्यक्रमों की गहनता से की। समीक्षा
RS gill reporter
रूद्रपुर – जिलाधिकारी युगल किशोर पन्त ने बुद्धवार को जिला कार्यालय सभागर में स्वास्थ्य विभाग द्वारा संचालित विभिन्न कार्यक्रमों की गहनता से समीक्षा की। उन्होंने समीक्षा के दौरान निर्देशित करते हुए कहा कि जनपद में बिना अनुमति के एक भी नशा मुक्ति केन्द्र संचालित न हो, जो भी नशा मुक्ति केन्द्र संचालित हो वह नियमानुसार अनुमति लेकर ही संचालित हो। उन्होंने जनपद में संचालित नशा मुक्ति केन्द्रों का निरीक्षण करने के निर्देश स्वास्थ्य विभाग के अधिकारियों को दिये।
जिलाधिकारी ने राष्ट्रीय बाल स्वास्थ्य कार्यक्रम की समीक्षा के दौरान स्पष्ट निर्देश देते हुए कहा कि आरबीएसके टीमों के प्रदर्शन के आधार पर ही वैतन आहरित किया जायेगा और जिन टीमों का प्रदर्शन सही नहीं होगा उनका वैतन आहरित नहीं किया जायेगा। उन्होंने आरबीएसके टीमों की गाड़ियों में जीपीएस डिवाइस लगी होने के बावजूद भी गाड़ियों के मूवमेंट की मोनीटरिंग न करने पर सख्त नाराजगी जाहिर करते हुए निर्देश दिये कि जीपीएस के माध्यम से गाड़ियों की ट्रेकिंग व मोनीटरिंग की जाये। उन्होंने आगामी बैठक में आरबीएस टीम हेतु निर्धारित लक्ष्य, रेफरल कैसों की संख्या, रेफरल व्यक्तियों के ट्रीटमेंट की सम्पूर्ण जानकारी आगामी बैठक में प्रस्तुत करने के निर्देश दिये। उन्होंने प्रतिरक्षण कार्यक्रम की समीक्षा के दौरान निर्देशित करते हुए कहा कि जनपद में बच्चों का निर्धारित समय-सीमा में शतप्रतिशत वैक्सीनेशन होता रहे है, कोई भी बच्चा वैक्सीनेशन से वंचित न रहे। उन्होंने टीबी कार्यक्रम की समीक्षा करते हुए स्पष्ट निर्देश दिये कि रेफरल एण्ड स्पुटम पोजीटिव कैसों की संख्या को एसीआर में लिखा जायेगा। उन्होंने सभी एमओआईसी को सभी कार्यक्रमों की अपने स्तर से गहनता से समीक्षा करने के निर्देश दिये। उन्होंने स्वास्थ्य कार्यक्रमों के उद्देश्य, रोगवार लक्ष्य, लक्ष्य अचीवमेंट प्रतिशत आदि के बारे में विस्तृत डाटा सहित उपस्थित होने के निर्देश स्वास्थ्य विभाग के अधिकारियों को दिये। उन्होंने निर्देशित करते हुए कहा कि कोई भी व्यक्ति एक ही स्थान पर तीन साल से अधिक समय तक टिका न रहे। जिलाधिकारी ने हैल्थ एण्ड वेलनेस सेंटरों में योगा का रोस्टर उपलब्ध कराने के निर्देश दियें।