उत्तराखण्ड
जिलाधिकारी विनीत कुमार द्वारा औद्योगिक हैम्प उत्पादन कार्यक्रम के अंतर्गत औद्योगिक क्षेत्र को निरीक्षण किया
बागेश्वर किसानों की आय में वृद्धि करने एवं उन्हें आत्मनिर्भर बनाने के लिए जनपद के ग्राम छाती मनकोट में लगभग 10 नाली भूमि में जिलाधिकारी विनीत कुमार द्वारा दियें गयें 10.5 लाख के अनटाईड़ फंड से हैम्प उत्पादन (भांग की खेती) को पायलट प्रोजेक्ट के तहत किया जा रहा है। रविवार को जिलाधिकारी विनीत कुमार द्वारा औद्योगिक हैम्प उत्पादन कार्यक्रम के अंतर्गत औद्योगिक क्षेत्र को निरीक्षण किया व किसानों से आश्यक जानकारियां ली। जिलाधिकारी श्री कुमार ने कहा कि बंजर भूमि के उपयोग एवं कृषको की आय बढाने हेतु यह प्रोजेक्ट तैयार किया गया है। जिसे कलस्टर के रूप में विकसित किया जा रहा है। उन्होंने प्रगतिशील किसानों से अन्य कृषकों को भी हैल्प उत्पादन करने के लिए प्रेरित करने को कहा। उन्होंने कहा कि हैम्प एक ऐसा उत्पादन है जिससे रोटी, कपडा तथा मकान तीनों अवधारणायें पूर्ण होती है, वहीं प्रोटीन एवं कुपोषण के लिए भी इसका उपयोग किया जा सकता है। उन्होंने कहा कि हैंप उत्पादन की मार्केटिंग में कोर्इ परेशानी नहीं होगी। उन्होंने उन्नतशील किसानों को अपनी किसानी में तकनीकि ज्ञान लेते हुए वृहद रूप से बागवानी एवं सब्जी उत्पादन करने को भी कहा, जिसमें संबंधित विभागों का सहयोग लिया जाए। जिलाधिकारी ने किसानों के उत्पादों के विपणन के लिए ठोस रणनीति बनाते हुए संबंधित कंपनियों से एम0ओ0यू0 करने के निर्देश मुख्य कृषि अधिकारी को दियें। उन्होंने कहा कि जल्द ही संबंधित किसानों को लाइसेंस भी दियें जायेंगे। जिलाधिकारी ने कहा कि इस बार हैल्प उत्पादन के परिणाम अच्छे आते है तो भविष्य में क्षेत्र में ही हैल्प के तेल, रेशें आदि निकालने हेतु मशीनें लागाने के प्रयास कियें जायेंगे। इस दौरान जिलाधिकरी ने मुख्य कृषि अधिकारी को समय-सयम पर प्रशिक्षण देते हुए खेती से संबंधित जानकारी मुहैया कराने के निर्देश दियें। इस दौरान जिलाधिकारी ने कृषकों से वार्ता करते हुए खेती करने में आ रही परेशानी के संबंध में जानकारी ली। कृषकों द्वारा बताया गया कि उनके क्षेत्र में सड़क न होने के कारण उन्हें अपने उत्पादों को मुख्य सड़क तक पहुंचाने में अधिक समय के साथ-साथ अधिक खर्च भी वहन करना पड़ता है, जिस पर जिलाधिकारी ने मुख्य विकास अधिकारी को मुख्य सड़क से छाती गांव तक सड़क मार्ग बनाने हेतु प्रस्ताव बनाने के निर्देश मौके पर दियें। किसानों द्वारा अवगत कराया गया कि यदि भविष्य में उन्हें अच्छा मूल्य व अच्छे परिणाम मिलते है तो वे भविष्य में 25 नाली तक खेती का विस्तार करेंगे। इस दौरान जिलाधिकरी द्वारा उन्नत किसान गिरिश चौबे, मोहन चन्द्र चौबे, गोपाल दत्त चौबे तथा राजेश चौबे के कार्यो की प्रशंसा करते हुए उन्हें सम्मानित भी किया गया। जिलाधिकारी ने किसान राजेश चौबे द्वारा पॉलीहाउस में उत्पादित सब्जियों व आतमा योजनान्तर्गत धान की नर्सरी पीबी-1509 का भी निरीक्षण किया। इस अवसर पर मुख्य विकास अधिकारी संजय सिंह, मुख्य कृषि अधिकारी एसएस वर्मा, जिला उद्यान अधिकारी आरके सिंह, मत्स्य अधिकरी मनोज मियान, विकास खंड प्रभारी शिव दत्त पांडे, न्याय पंचायत प्रभारी विकास बिष्ट, धीरज बिष्ट सहित कृषक मौजूद थें।जिला सूचना अधिकारी, बागेश्वर।