उत्तराखण्ड
बच्चों को कृमि नाशक एल्बेंण्डाजॉल दवा खिलाना आवश्यक है जिला अधिकारी युगल किशोर पंत
रूद्रपुर – जिलाधिकारी युगल किशोर पन्त की अध्यक्षता में जिला कार्यालय सभागार में राष्ट्रीय कृमि मुक्ति दिवस 2022 के सफल संचालन हेतु अर्न्तविभागीय समन्वय समिति की बैठक सम्पन्न हुई।
जिलाधिकारी ने कहा कि बच्चों को कृमि नाशक एल्बेंण्डाजॉल दवा खिलाना आवश्यक है, क्योंकि कृमि बच्चों के शारीरिक व मानसिक विकास में बाधक होता है। इसलिए इसमें किसी भी तरह की कोई लापरवाही नहीं होनी चाहिए। उन्होंने कहा कि बच्चे को पेट में कृमि होने की दशा में बच्चे अधिक भोजन करेंगे लेकिन शरीर में नहीं लगेगा और न ही पढ़ाई में सही से मन लगेगा। उन्होंने कहा कि अल्बेंडाजोल की गोली खिलाने से बच्चे का स्वास्थ्य अच्छा रहता है। बच्चे एनीमिया के शिकार से बच सकते हैं और मानसिक तनाव से छुटकारा मिलता है। मानसिक और शारीरिक विकास के लिए 01 वर्ष से 19 वर्ष तक के बच्चों को गोली खिलाना जरुरी है। इस बात का ध्यान दिया जाये कि एक भी बच्चा टेबलेट खाने से नहीं छूटें। उन्होने मुख्य चिकित्साधिकारी को निर्देशित किया कि कार्यक्रम के सम्बन्ध में अपने स्तर से पूरी तैयारी कर कार्ययोजना प्रस्तुत करें ताकि योजना का आम जनता तक लाभ पहुॅचाया जा सके। उन्होने कहा कि जनपद के सभी निजी व सरकारी विद्यालयों, मदरसों, आंगनबाड़ी केन्द्रों में शिक्षकों द्वारा दवाई का वितरण कराना सुनिश्चित करें। उन्होने कहा कि दवाईयों का निर्धारित लक्ष्य के अनुसार शत-प्रतिशत वितरण
कराना सुनिश्चित क
बैठक में नोडल अधिकारी डा0 हरेन्द्र मलिक ने अवगत कराया कि राष्ट्रीय कृमि मुक्ति दिवस 18 अप्रैल और मॉप-अप दिवस 19 अप्रैल, एवं गृह भ्रमण द्वारा 20 अप्रैल 23 अप्रैल 2022 तक समय सीमा रखी गयी है। राष्ट्रीय कृमि मुक्ति दिवस 19 अप्रैल 2022 को राज्य के सभी स्कूलों और आंगनबाड़ी केंन्द्रों में आयोजित किया जाऐगा। जो बच्चे इन दोनो दिन में दवा खाने से वंचित, स्कूल में अनुपस्थित, स्कूल में दवा खाने से छूट गये एवं अपंजीकृत बच्चों और किशोर/किशोरियों को आंगनबाड़ी कार्यकत्रियां घर-घर जाकर 20 अप्रैल से 23 अप्रैल तक दवा खिलाएंगी। इसके अन्तर्गत 01 से 05 वर्ष तक के सभी पंजीकृत बच्चों एवं 06 से 19 वर्ष तक के स्कूल न जाने वाले सभी बालक/बालिकायें को आंगनबाड़ी केन्द्र पर आंगनबाड़ी कार्यकत्री के माध्यम से कृमि नाशक दवा एल्बेंण्डाजॉल पिलायी जानी है। इसके अतिरिक्त 06 से 19 वर्ष तक के सभी छात्र/छात्राओं को सरकारी, सहायता प्राप्त प्राइवेट स्कूलों, मदरसों में शिक्षकों के माध्यम से दवा पिलायी जानी है। उन्होने बताया कि जनपद में 661287 बच्चों को दवा देने का लक्ष्य रखा गया है। उन्होने बताया कि जनपद में 1350 सरकारी विद्यालयों एवं 930 निजी विद्यालयों कुल 2280 विद्यालयों एवं 112 मदरसों में एल्बेण्डाजॉल दवाई का वितरण किया जायेगा। उन्होने कहा कि जनपद में 51150 बच्चे ऐसे है जो विद्यालय नही जाने वाले है उनको आंगनबाड़ी कार्यकत्रियों द्वारा दवाईयां दी जायेगी।
आंगनबाड़ी केंद्र और स्कूल के एक से 19 वर्ष तक के सभी बच्चों को कृमि की दवा दी जाएगी। पांच दिवसीय आयोजन के दौरान जो छूटे हुए बच्चे होंगे उसको अलग से सुरक्षित दिवस में दवा दी जाएगी। इस दिन अल्बेंडाजोल की टेबलेट दी जाएगी, यह पूर्णतयः सुरक्षित है।