Connect with us

उत्तराखण्ड

गरीब से गरीब व दूरस्थ पर्वतीय क्षेत्र के लोगों का आयुष्मान कार्ड बनने से सरकार द्वारा दी जा रह योजना का लाभ मिल सके।,,स्वास्थ्य मंत्री डॉ धन सिंह रावत,,,

हल्द्वानी , स्वास्थ्य मंत्री डॉ धन सिंह रावत ने राजकीय मेडिकल कॉलेज के सभागार में आयुष्मान कार्ड डिजिटाइजेशन की समीक्षा चिकित्सा विभाग के चिकित्सकों के साथ ही।
स्वास्थ्य मंत्री श्री सिंह ने कहा कि प्रदेश में अभी तक लगभग 49.31 लाख लोगों को आयुष्मान कार्ड बन चुके है। उन्होंने कहा कि आयुष्मान कार्ड बनने की गति काफी कम है इसके लिए समय निश्चित किया जाए ताकि गरीब से गरीब व दूरस्थ पर्वतीय क्षेत्र के लोगों का आयुष्मान कार्ड बनने से सरकार द्वारा दी जा रह योजना का लाभ मिल सके। उन्होंने कहा प्रदेश मे 6.50 लाख लोग आयुष्मान कार्ड का लाभ अभी तक ले चुके हैं।
मुख्य चिकित्साधिकारी डा0 भागीरथी जोशी ने बताया कि जनपद में 4.61 लाख लोगांे के आयुष्मान कार्ड बन चुके है शेष 3 लाख कार्ड लोगो के बनने अवशेष है जिस पर कार्य प्रगति पर चल रहा है। जिस पर मंत्री श्री सिंह ने सीएमओ के निर्देश दिये कि संयुक्त चिकित्सालय रामनगर, बीडी पाण्डे चिकित्सालय नैनीताल,महिला चिकित्सालय एवं बेस चिकित्सालय हल्द्वानी तथा एसटीएच में कैम्प लगाकर अधिक से अधिक आयुष्मान कार्ड बनाने के निर्देश बैठक में दिये। उन्होेने कहा इसके लिए होर्डिग्स लगाकर अधिक से अधिक प्रचार किया जाए ताकि लोग कैम्पों मे आकर अपना कार्ड बना सकें। उन्होंने कहा बूथ लेबल पर भी कार्ड बनाये जाएं। बैठक में प्राचार्य डा0 अरूण जोशी ने बताया कि 27 करोड आयुष्मान मद की धनराशि चिकित्सालय को अवमुक्त हो चुकी है। उन्होंने कहा आयुष्मान कार्ड के द्वारा निजी चिकित्सालयों मे जो मरीज अपना उपचार कराते है उनको उपचार के बाद स्वस्थ होने पर अपने ईलाज के खर्च पर हस्ताक्षर एवं 20 सेंकेड का वीडियो बनाना जरूरी कर दिया है इससे निजी चिकित्सालयों के फर्जीवाडे पर लगाम लगेगी।
बैठक मे सीएमओ ने बताया कि जनपद मे कुल टीबी एक्टिव रोगी 2096 है जिनमेे से 1285 लोगों को निक्षय मित्र के द्वारा गोद ले लिया है बाकि अवशेष है। जिस पर डा0 श्री सिंह ने कहा कि स्वेच्छा से सभी को एक-एक टीबी रोगी को गोद लेने के निर्देश दिये। उन्होेंने कहा इस कार्य की मानिटरिंग समय-समय पर की जाए ताकि निक्षय मित्र के द्वारा गोद लिये लोगों को सामग्री मिल रही है या नही। उन्होंने कहा सरकार उददेश्य 2024 तक टीबी मुक्त व कालाजार मुक्त करना है। इसके लिए सभी आमजनमानस के साथ ही चिकित्सकों को एक अहम जिम्मेदारी निभानी होगी तभी यह कार्य पूर्ण होगा।
बैठक में निदेशक स्वास्थ्य डा0 विनीता साह, प्राचार्य डा0 अरूण जोशी, मुख्य चिकित्साधिकारी डा0 भागीरथी जोशी, महिला चिकित्सालय डा0 ऊषा जंगपांगी, डा0 बीएस टोलिया,एसीएमओ डा0 रश्मि पंत,डा0 तारा हृयांकी,डा सविता हृयांकी के साथ ही जिलाध्यक्ष प्रताप बिष्ट, सुरेश भटट, रंजन बर्गली, प्रकाश हर्बोला के साथ ही चिकित्सक उपस्थित थे।

Continue Reading
You may also like...
Click to comment

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

More in उत्तराखण्ड

Trending News

Follow Facebook Page