डिप्लोमा की मान्यता, उसमें ड्रेड दर्शाये जाने, स्थाई आपरेटर की नियुक्ति को लेकर उत्ततरखण्ड मुक्त विश्वविद्यालय तथा अशोक लिलैण्ड कम्पनी से प्राप्त डिप्लोमा धारी का 25 दिन का अनिश्चित कालीन धरना जारी है। द्वारा कम्पनी पर मानसिक व शारीरिक शोषण का आरोप लगाते ” जिसमें अशोक लिलैण्ड कमानी का पुतला फूंका। छात्र छात्राओं का आरोप है कि विश्वविद्यालय तक स्मार्ट स्किल ने अपने ही लाभ के लिए ट्रेनिंग के नाम पर अशोक लिलैक्ड कम्पनी को बेच दिया था। जिसमे कंपनी द्वारा एक को भी ट्रेनिंग न करवा के एक बधुवा मजदूर की तरह दिन रात्रि की शिफ्टों में 8 से 10 घण्टे तक कार्य करवाया । तथा अतिरिक्त वर्क के लिए 4 घण्टे रोका जाता था। ऐसा न करने पर कम्पनी से ट्रेनिंग के दौरान बहार निकालने की धमकी तक दी जाती थी। कम्पनी परिसर द्वारा बार- बार स्थाई जाब का आश्वासन देकर शोषण किया गया 4.5 के कोर्स को 5 साल से 5.5 साल तक चलाया। अन्त में खुद फर्जी डिप्लोमा बोलकर बाहर कर दिया। कुमांऊ कमिश्नर दीपक रावत जी द्वारा जनता दरबार मे कम्पनी तथा छात्र छात्राओं को वार्ता के लिए बुलाया गया था। जिसमें कम्पनी इसे फर्जी डिप्लोमा माना गया है और यह भी बताया गया कि पूर्व में हमारे द्वारा समय समय पर मौखिक रूप से स्थाई जाँच का आश्वासन दिया गया था। लेकिन वर्तमान में पुराने एच आर हैड कम्पनी छोड़ कर चले गये । इससे पूर्व में कम्पनी बात अपने बचाव और छाल -छात्राओं को परेशान करने के लिए सिविल कोर्ट में मुकदमा दर्ज कराया गया है।
पुतला दहन करने जिसका जवाब दावा देके मुकदमे को खारिज किया जा सकता है। परन्तु कम्पनी तारीख पर तारीख लेते हुए नोटिस जारी करवा रही है। जिससे साफ झलकता है कि ये सब फर्जीवाड़ा और मिलीभगत है।पुतला दहन करने वालों को पूर्व दर्जा कैली हरीश धनेक, पूर्व स 9824 आनन्द सिंह दरवाल का समर्थन मिला। प्रदेश कांग्रेस सचिव इस दौरान छात्र छात्राओं ने ।पुतला दहन किया ,पुतला दहन करने वाले में भरत नेगी, राकेश पाण्डे, डिवेका बेलाल, निशा, दीपक गुप्ता, इन्दरमिह हरीशसिंह, प्रहलाद सिंह, दर्शन सिंह, दीपक पंगडिया, किसन अधिकारी, आदि थे।
उत्तराखंड मुक्त विश्वविद्यालय के छात्र छात्राओं ने कुलपति। एवम अशोक लीलैंड कंपनी का पुतला फूंक कर अपना विरोध प्रकट किया,
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