RS gill journalist
दलालों के माध्यम या स्वंय से सितारगंज का पूर्ति निरीक्षक जाँच के बिना बना रहा राशन कार्ड ।
गरीब परिवार को bpl गरीबी रेखा से नीचे वजाय राशन कार्ड पकडा रहा है ( phh )सफेद का राशन कार्ड पकडा रहा है।
उन गरीब उपभोक्ताओं के दिल कितने जख्म लगते होंगे।
हुआ यो ही जिन उपभोक्ताओं पहले से गरीबी रेखा से नीचे BPL राशन कार्ड बना हुआ था।उनका bpl निरस्त करके सितारगंज का पूर्ति निरीक्षक DS धामी स्थिति की जाँच किए बिना राशन कार्ड बना रहा है।
यह सब नाजायज खेल हो रहा है।
जिन गरीब उपभोक्ताओं का आवेदन पत्र 2 ,3 साल से पूर्ति निरीक्षक के कार्यालय में जमा है।उनके आवेदन पत्र को पेंडिंग मे डाल कर नाजायज काम,करने में लगा है।गरीब पात्रों के राशन कार्ड निरस्त होने चाहिए थे ।पहले गरीब उपभोक्ताओं के राशन कार्ड सफेद या bpl बनने चाहिए थे।जिनके पीले राशन कार्ड बनाकर दिए हैं ।पहले उनकी शारीरक आर्थिक स्थिति की जाँच पड़ताल किए बगैर राशन कार्ड वितरण किए जा चुके हैं।
जिन वृद्ध असहाय व दयनीय स्थिति पहले ही खराब है।उनके जायज कार्य नही हो रहे हैं।
जाँच करने पर पूरा पता चल जायेगा।
ऐसे भ्रष्ट पूर्ति निरीक्षक को नौकरी से बाहर निकाल कर मुदकमा चलाना चाहिये.।गरीब परिवार के उपभोक्ता परेशान हैं।उनका जायज काम नहीं हो पा रहा है।बार बार दफ्तर के चक्कर काट ने को मजबूर हैं।
जिन वृद्ध,, बीमार,,व पैरालिसिस से धन के अभाव के कारण उपभोक्ताओं के BPL राशन कार्ड निरस्त होने पर और phh सफेद बनाकर वितरण किए जा रहे हैं।यह बहुत दुर्भाग्य का विषय है।अभी तक किसी के प्रभाव से नाजायज काम हो रहा है।
बनने वाले राशन कार्डो की संख्या लगातार कम हो रही है।
जिनके पास सबकुछ साधन हैं उन्हें सफेद राशन कार्ड वितरण किया जा रहा है।यह सब पूर्ति निरीक्षक DS धामी देन है।
ऐसे भ्रष्ट पूर्ति निरीक्षण पर नकेल कसने उच्च स्तरीय बैठक में करना चाहिए।दंड संहिता लागू होनी चाहिए।
